उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में नागरिकता संशोधन कानून (CAA) और नैशनल रजिस्टर ऑफ सिटिजंस (NRC) के खिलाफ महिलाएं देवबंद ईदगाह मैदान में लगातार विरोध प्रदर्शन कर रही हैं। इस प्रदर्शन से तंग आकर वरिष्ठ अधिकारियों ने नगर के पूर्व विधायक माविया अली तथा चेयरमैन जियाउद्दीन अंसारी सहित कुछ अन्य लोगों के साथ एक बैठक किया और इनके एक प्रतिनिधिमंडल को महिलाओं के पास समझाने के लिए भेजा। प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों ने जब सीएए पर महिलाओं से बातचीत किया तो वह नाराज़ हो गईं और गो बैक के नारे लगाकर प्रतिनिधिमंडल पर अपनी चूड़ियां उतार कर फेंकना शुरू कर दिया।
सहारनपुर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (SSP) दिनेश कुमार ने बताया है कि “हमने एनआरसी के बारे में लोगों को जागरूक करने के लिए सरकार के आदेश के अनुसार समिति को भेजा था, लेकिन कुछ असामाजिक तत्वों ने ऐसा नहीं होने दिया”। इन प्रदर्शनकारी महिलाओं ने प्रशासनिक समिति के सदस्यों को मौके से दौड़ाकर भगा दिया। महिलाओं का कहना है कि सीएए और एनआरसी को केंद्र सरकार जब तक लिखित में वापस नहीं ले लेगी तबतक हम सभी महिलाएं ईदगाह मैदान में प्रदर्शन करते रहेंगे।
CAA के खिलाफ प्रदर्शन कर रही महिलाओं पर किया गया लाठीचार्ज
प्रशासन ने इस मामले में कई महिलाओं को नोटिस भेजकर प्रदर्शन को ख़त्म करने के लिए कहा है और चेतावनी दिया है कि अगर ऐसा नहीं किया जाता है तो उनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी। प्रशासन ने वीआईपी गेस्ट हाउस में एक बैठक किया जिसमे जिलाधिकारी आलोक पांडेय तथा एसएसपी दिनेश कुमार ने बताया कि केंद्र सरकार ने संसद में भी लिखित रूप से कहा है कि अभी एनआरसी को लागू नही किया जाएगा। इसके बावजूद इस मुद्दे पर धरना देना गलत है। मुस्लिम समाज के नेताओं और उलेमाओं से अधिकारियों ने धरना दे रही महिलाओं के बीच में जाकर और उनको समझाकर धरना स्थगित कराने के लिए कहा है।