22 दिसंबर को होने जा रही UPTET 2019 की परीक्षा को अचानक कैंसिल कर दिया गया है। पूरे प्रदेश में नए नागरिकता कानून के विरोध के चलते कानून व्यवस्था बिगड़ने की वजह से सरकार ने ये फैसला लिया है।
बता दें, कैंडिडेट्स यूपीटीईटी 2019 के लिए चार महीने से तैयारियों में जुटे हुए थे। लेकिन सरकार ने परीक्षा के दो दिन पहले TET पर ब्रेक लगा दिया। जानकारी के मुताबिक, परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय ने अपनी तैयारियां पूरी कर ली थी। शुक्रवार दिन में सभी जिलों को पेपर और ओएमआर शीट भी भेज दिए गए थे। जो फिलहाल कोषागार के डबल लॉक में रखे गए हैं। केंद्र व्यवस्थापकों को अभ्यर्थियों के स्कैन किए हुए फोटोयुक्त उपस्थिति पत्रक भी शुक्रवार को भेज दिए गए। लेकिन शाम को सरकार ने परीक्षा स्थगित कर दी। इससे आर्थिक नुकसान तो नहीं हुआ पर अभ्यर्थियों की तैयारी प्रभावित हुई है।
22 दिसंबर को सुबह 10 से 12:30 बजे तक प्राथमिक स्तर और 2:30 से पांच बजे तक उच्च प्राथमिक स्तर की परीक्षा प्रस्तावित थी। दोनों पालियों के लिए क्रमश: 1986 व 1063 केंद्र बनाए गए थे।
परीक्षा नियामक सचिव अनिल भूषण चतुर्वेदी ने बताया कि 12 दिसंबर से ही UPTET के Admit Card डाउनलोड करने के लिए ही उपलब्ध हैं। करीब 95% एडमिट कार्ड डाउनलोड किए जा चुके हैं, लेकिन हाल में राज्य में नए नागरिकता कानून के हिंसक विरोध प्रदर्शनों के चलते इंटरनेट सुविधा बाधित है. जिस वजह से उम्मीदवार एडमिट कार्ड डाउनलोड नहीं कर पा रहे हैं। इसलिए बोर्ड ने परीक्षा स्थगित करने का फैसला किया।
बता दें, अब UPTET 2019 की परीक्षा जनवरी 2020 में आयोजित होने की संभावना है. इस साल करीब 16 लाख 58 हजार कैंडिडेट्स UPTET की परीक्षा देंगे। वहीं 24 दिसंबर को होने जा रही UPPSC की जूनियर असिस्टेंट भर्ती परीक्षा के कैंसिल होने की चर्चाएं भी सोशल मीडिया पर चल रही हैं।
बता दें, नए नागरिकता संशोधन कानून का पूरे देश में हिंसक विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं, जिसके चलते यूपी में कानून-व्यवस्था बिगड़ती नजर आ रही है। लोग सड़कों पर उतरकर हिंसक विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। यूपी में धारा 144 भी लागू कर दी गई है। बीते दिन उत्तर प्रदेश के कई जिलों में हुए हिंसक प्रदर्शन में 13 लोगों की मौत हो गई। इसी को देखते हुए प्रदेश में स्कूल-कालेज भी बंद कर दिए गए हैं। कई जिलों में इंटरनेट सेवा भी बंद चल रही है।