उत्तर प्रदेश के जिला अमेठी में शिवरतनगंज की पुलिस पर बेहद गंभीर आरोप लगाए गए हैं। दलित घर की एक नाबालिग लड़की बुधवार की रात को शौच के लिए गई थी तभी गाँव के दो लड़कों ने उसके साथ बलात्कार किया। बालिका के घरवाले उसे लेकर जब थाने पहुंचे तो पुलिस वालों ने बिना कोई छानबीन के ही एक आरोपी को पहले से ही आरोपमुक्त कर दिया। वहीँ वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने दावा किया है कि एक आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है और उससे पूछताछ की जा रही है। पीड़ित लड़की के घरवालों का कहना है कि यह घटना बुधवार के रात की है।
बलात्कार पीड़ित नाबालिग दलित बालिका के घरवालों ने बताया कि बालिका घर से शौच करने के लिए निकली थी और बाद में वापस नहीं आयी। काफी देर बाद जब बालिका वापस नहीं आयी तो वह लोग उसे ढूंढने के लिए निकले और बालिका को बेहोश हालत ने खून से लथपथ पाया। बालिका के होश में आने के बाद जब घरवालों ने उससे सख्ती से पूछा तो बालिका ने गाँव के दो लड़कों दीपू तथा राजू का नाम लिया। बालिका ने बताया कि यह दोनों लड़के दुपट्टे से मुँह दबाकर उसे अपने साथ ले गए थे। जब यह मामला थाने पहुंचा तो एसओ ने पहले दोनों को गिरफ्तार किया लेकिन बाद में राजू को निर्दोष कहकर छोड़ दिया।
बलात्कार कर हत्या करने वाले युवक को पुलिस ने किया गिरफ्तार
पुलिस का कहना है कि अगर दीपू के खिलाफ आरोप सिद्ध होगा तो उसको जेल भेजा जाएगा लेकिन राजू को बिना वजह जेल नहीं भेज सकते हैं। लड़की के परिवार वालों ने इसके बाद दीपू के खिलाफ शिकायती पत्र दिया। परिवार वालों का आरोप है कि पुलिस ने राजू से रुपया लेकर छोड़ दिया है। लड़की के परिवार वालों ने कहा कि बालिका खून से लथपथ थी लेकिन एसओ सुबह से लेकर शाम तक हर बार बालिका से यही पूछते रहे कि क्या तम्हारे साथ बलात्कार हुआ है इसलिए क्युकी हम ऐसी हैं।
अपर पुलिस अधीक्षक दयाराम का कहना है कि यह मामला 27 फ़रवरी की रात का है। एक नाबालिग लड़की शौच क्रिया के लिए सीएचसी के पीछे गई थी। उसी जगह पर गांव का युवक दीपू पासी मौजूद था जिसने उसे अकेला पाकर उसके साथ बलात्कार किया है। उन्होंने बताया की इस मामले को लेकर बलात्कार तथा पाक्सो एक्ट अंतर्गत एफआईआर दर्ज कर ली गई है। लड़की का मेडिकल कराया जा रहा है और साथ ही पकडे गई अभियुक्त दीपू को हिरासत में लेकर पूछताछ चल रही है।