आज 25 मार्च चैत्र माह के शुक्ल पक्ष को बुधवार को रामलला को टेंट से निकाल कर अस्थाई मंदिर में विराजमान किया गया। यह शुभ काम मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने खुद किया। रामलला के साथ भरत, लक्ष्मण, शत्रुघ्न, हनुमान जी को भी इस मंदिर में विराजमान किया गया। इसके साथ ही मंदिर निर्माण का पहला चरण पूरा हो गया।
अयोध्या करती है आह्वान…
भव्य राम मंदिर के निर्माण का पहला चरण आज सम्पन्न हुआ, मर्यादा पुरुषोत्तम प्रभु श्री राम त्रिपाल से नए आसन पर विराजमान…
मानस भवन के पास एक अस्थायी ढांचे में 'रामलला' की मूर्ति को स्थानांतरित किया।
भव्य मंदिर के निर्माण हेतु ₹11 लाख का चेक भेंट किया। pic.twitter.com/PWiAX8BQRR
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) March 25, 2020
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहां की ‘अयोध्या करती है आह्वान…भव्य राम मंदिर के निर्माण का पहला चरण आज संपन्न हुआ। मर्यादा पुरुषोत्तम प्रभु श्री राम त्रिपाल से नए आसन पर विराजमान हुए हैं।’ मुख्यमंत्री योगी ने राम मंदिर के निर्माण के लिए 1100000 रुपए का चेक भी दिया। इसके बाद मुख्यमंत्री योगी गोरखपुर के लिए रवाना हो गये।
कैसा है अस्थाई मंदिर
रामलीला को जिस मंदिर में विराजमान किया गया है। वह फाइबर से बना हुआ है। इसमें बुलेट प्रूफ शीशा का उपयोग किया गया है। पहले भक्त रामलला के दर्शन दूर से करते थे पर अब इसमें काफी नजदीक से रामलला के दर्शन कर पाएंगे। इसके साथ ही भक्त परिक्रमा भी कर सकेंगे। इस मंदिर का चबूतरा 3 फुट ऊंचा है। 24X17 वर्ग फुट आकार के इस मंदिर के शिखर की ऊंचाई 25 फुट है। हर तरह के मौसम को झेलने में यह मंदिर सक्षम है। अब जब तक राम मंदिर का निर्माण नहीं हो जाता तब तक रामलीला को इसे अस्थाई मंदिर में रहना होगा।