कोरोनावायरस की वजह से देश में लॉकडउन किया गया था। जिसकी वजह से करोड़ों लोग अपने-अपने घर वापस जाने लगे। जिसके बाद उनके सामने रोजगार की समस्या खड़ी हो गई थी। लेकिन यूपी के नागरिकों को योगी सरकार ने बड़ी राहत दी है। खासकर अन्य राज्यों से लौटे श्रमिक मजदूरों को।
आज शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यूपी सरकार के आत्मनिर्भर यूपी रोजगार योजना की शुरुआत की। इस योजना के जरिए प्रदेश के सवा करोड़ मजदूरों को प्रदेश में ही रोजगार मिलेगा और उन्हें रोजगार की तलाश में अपने परिवार से दूर नहीं जाना पड़ेगा। पीएम ने योजना का शुभारंभ करते हुए कहा की मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आपदा को अवसर में बदला है। इससे लोगों को बहुत लाभ होगा।
UP is bigger than many countries of the world. Looking at the hard work done by Uttar Pradesh govt during COVID19 pandemic, we can say that it has managed to save 85,000 lives: PM Modi during launch of ‘Atma Nirbhar Uttar Pradesh Rojgar Abhiyan' through video conference pic.twitter.com/Jxz6zJhMNn
— ANI UP (@ANINewsUP) June 26, 2020
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और देश के अलग-अलग राज्यों से वापस प्रदेश में आए प्रवासी मजदूरों से बात की। पीएम ने दीपू से बात की जो कि हैदराबाद में काम कर रहे थे और अब बुलंदशहर में ही एक्सप्रेस-वे परियोजना में काम कर रहे हैं। इसी तरह नरेंद्र सिंह, कुर्बान अली से बात की जो पहले अहमदाबाद व मुंबई में काम कर रहे थे और अब वे अपने गांव में ही काम कर रहे हैं।
पीएम ने कहा कि हम इन नतीजों की कल्पना भी नहीं कर सकते हैं कि यूपी में 2017 से पहले सरकार किस तरह से चल रही थी। यदि पहले की सरकारें थीं, तो यह अस्पतालों और बिस्तरों की कम संख्या का बहाना देकर चुनौती से बचती थी।
यूपी सरकार के प्रयासों से, एक्यूट इंसेफेलाइटिस सिंड्रोम (एईएस) के रोगियों की संख्या में कमी आई है, मृत्यु दर में भी 90% की कमी आई है। यूपी दुनिया के कई देशों से बड़ा है। COVID19 महामारी के दौरान उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा की गई कड़ी मेहनत को देखते हुए, हम कह सकते हैं कि इसने 85,000 लोगों की जान बचाने में कामयाबी हासिल की है।