जब पुलिसकर्मी खुद ही अपराधी बन जाएंगे तो फिर आम जनता की सुरक्षा किस पर होगी? उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में एक ऐसा ही मामला सामने आया जहाँ दो पुलिसकर्मियों ने अपने एक अन्य साथी के साथ मिलकर 22 वर्ष के एक व्यक्ति का फिरौती के लिए अपहरण कर लिया। इन दोनों पुलिसवालों ने अपहरण करने के बाद युवक के परिवार वालों से उसी के मोबाइल से काल करके एक लाख रूपए की फिरौती की मांग किया तो युवक के परिवार वालों के होश उड़ गए। परिवार वालों ने इस पूरे मामले की जानकारी पुलिस के आला अधिकारियों को दिया।
सूचना मिलते ही पुलिस ने तेज़ी दिखाते हुए पुलिसवालों ने अपहरण करने वाले लोगों को घेरना शुरू कर दिया जिसे देख अपहरणकर्ता युवक को छोड़कर भाग खड़े हुए। पुलिस ने बाद में तीनों अपहरणकर्ताओं का पीछा किया और सभी को गिरफ्तार कर लिया है। इनमे से दो अपहरणकर्ता मुरादाबाद में पुलिस सिपाही के पद पर हैं और उन दोनों का नाम अक्षय उप्पल तथा निखिल हैं। इनमे से तीसरा अपहरणकर्ता निखिल का चचेरा भाई है जिसका नाम आशीष है। पुलिस ने अपहरण के दौरान उपयोग में लाई गई कार को भी बरामद कर लिया है।
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कल मुख्तार अली उर्फ छोटू नाम के 22 वर्षीय युवक का अपहरण हो गया था उसको भी पुलिस ने सकुशल बरामद कर लिया है। सभी आरोपियों के खिलाफ मुरादाबाद के थाना भोजपुर में मुकदमा दर्ज कराया गया है और उनको जेल भेजने की तैयारी की जा रही है। अपहरण होने वाले लड़के की माँ ने बताया है कि अक्षय नाम का एक पुलिसकर्मी उनके बेटे को घर से बुलाकर ले गया था और बाद में उसी ने फोन करके फिरौती की रकम मांगी थी। इस मामले की जानकारी पुलिस को दे दी गई जिसके बाद पुलिस ने कार्यवाही किया और सभी अपहरणकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया है।
अपहरण के मामले में गिरफ्तार होने वाले अपराधी जब दो पुलिसकर्मी निकले तो पुलिस प्रशासन में हड़कंप मच गया। पुलिसकर्मी अक्षय उप्पल थाना मुंडपांडे इलाके में क्विक रिएक्शन टीम में तैनात था जबकि दूसरा पुलिसकर्मी निखिल मुरादाबाद की पुलिस लाइन में तैनात था। इन दोनों आरोपी पुलिसकर्मियों तथा उनके रिश्तेदार आशीष को गिरफ्तार कर के अदालत में हाज़िर किया गया। अदालत से सभी आरोपियों को न्यायिक हिरासत में 14 दिन के लिए जेल भेज दिया गया है।