रामजन्म भूमि और बाबरी मस्जिद पर आये कोर्ट के फैसले का मुस्लिम लॉ बोर्ड के सदस्यों ने स्वागत किया है। कोर्ट के इस फैसले से आज पुरे अयोध्या नगरी में खुशी का माहौल बना हुआ है। सभी मुस्लिमो और हिन्दुओं ने एक दूसरे को कोर्ट के आये हुए फैसले की बधाई दी।बता दे की अयोध्या विवाद मामले में सुप्रीम कोर्ट ने शनिवार को अपना ऐतिहासिक फैसला सुना दिया। पांच जजों की संवैधानिक पीठ ने 40 दिनों की सुनवाई के बाद यह फैसला दिया। पीठ ने विवादित जमीन पर रामलला के हक में निर्णय सुनाया है।
मुस्लिम पक्षकार इकबाल अंसारी और शाइस्ता अम्बर ने कहा, ‘हम सर्वोच्च अदालत के फैसले का सम्मान करते हैं। हमने पहले भी कहा था कि अदालत का फैसला मानेंगे। आज भी कह रहे हैं कि हम इसे मानते हैं। अब देखना है कि सरकार हमें मस्जिद निर्माण के लिए कहां जगह मिलती है। फिलहाल अदालत के इस निर्णय से एक बहुत बड़ा मसला हल हो गया है।
बात दे की 69 साल बाद आखिरकार सुप्रीम कोर्ट ने गोपाल सिंह विशारद को राम जन्मभूमि पर पूजा करने का अधिकार दे दिया है। लेकिन यह फैसला उनकी मृत्यु के 33 साल बाद आया है। लखनऊ श्रीराम जन्मभूमि अयोध्या से आज की सबसे खुशनुमा नजारा देखने को मिल रहा है। बता दे की कारसेवकपुरम में फैसले के बाद स्वामी परमहंसाचार्य और डॉ एमएच खान एक दूसरे बधाई देते हुए मिठाई खिलाई।
रामजन्म भूमि और बाबरी मस्जिद पर आये कोर्ट के फैसले का मुस्लिम लॉ बोर्ड के सदस्यों ने स्वागत किया है। और जनता से भी कोर्ट के इस फैसले का स्वागत करेने के लिए कहा है। उन्होंने सभी कोर्ट के आये हुए फैसले पर शांति व्यवस्था बनाये रखने अपील की है। उनका कहना है जिस तरह हमने कोर्ट के फैसले का स्वागत किया है। उसी तरह आप भी एकता की भवना के साथ इस फैसले का स्वागत करे।