अयोध्या में राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद जमीन विवाद को लेकर पूरे देश की निगाहें सुप्रीम कोर्ट पर टिकी हैं। मामले में संविधान पीठ के समक्ष सुनवाई पूरी हो चुकी है और अब सभी को सुप्रीम कोर्ट के फैसले का इंतजार है। उधर फैसले को लेकर सरकार के अलावा तमाम संगठन इसकी तैयारियों में जुटे हुए हैं। योगी सरकार लगातार प्रदेश के हर जिले में फैसले के बाद किसी भी अप्रिय घटना से निपटने की तैयारी में लगी है।
वहीं इसी क्रम में अब मुस्लिम धर्मगुरू अब्दुल आलिम फारूकी ने अयोध्या मसले के फैसले पर अपील करते हुए कहा कि आपसी भाईचारा बनाए रखें और कोर्ट के फैसले का स्वागत करें। उन्होंने कहा कि कोर्ट से चाहे जो भी फैसला आए समाज में अमन-चैन बना रहे। किसी भी शख्स को घबराने की जरूरत नहीं है। सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर सबको भरोसा होना चाहिए और कोई भी किसी की भी धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने की कोई बात न करे।
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उत्तर प्रदेश शिया सेंट्रल बोर्ड के अध्यक्ष ने जारी किया अपना बयान
उत्तर प्रदेश शिया सेंट्रल बोर्ड के अध्यक्ष ने अयोध्या मामले को लेकर अपना बयान जारी किया है –
- सभी इमामबाड़ों , मस्जिदों , दरगाहों , करबलाओ , मजारों और कब्रिस्तानों में किसी भी तरह के कार्यक्रमो का आयोजन न किया जाए।
- अयोध्या मसले को लेकर सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने से पहले और बाद तक सभी तरह के आयोजन रहेंगे बंद।
- शिया सेंट्रल बोर्ड के निर्देश को न मानने पर होगी कड़ी करवाई।
- धार्मिक स्थलों पर लगे लाऊड स्पीकर पर राम जन्म भूमि प्रकरण पर किसी भी तरह का कोई संदेश नही।
- बिना किसी मतलब के कोई भीड़ इकट्ठा न करने के भी निर्देश।