देश में लॉक डाउन के चलते सभी श्रमिकों और मजदूरों को उनके घर तक पहुंचाने के लिए केंद्र सरकार ने स्पेशल ट्रेनों का संचालन किया है। प्रतिदिन लगभग 302 स्पेशल ट्रेनें चलाई जा रही है और एक ट्रेन में 1000 से 1200 यात्री तक सफर कर रहे हैं। देश के अलग-अलग राज्यों ने प्रवासियों के लिए ट्रेनों की मांग की है। लेकिन इनमें से कुछ राज्यों ने कम तो कुछ राज्यों ने ज्यादा स्पेशल ट्रेन मांगी हैं।
रेलवे द्वारा चलाई जा रही 302 स्पेशल ट्रेनों में से सबसे ज्यादा ट्रेन यूपी सरकार ने मांगी है। अपने नागरिकों को वापस लाने के लिए यूपी सरकार ने 88 ट्रेनें मांगी हैं। वहीं बिहार ने 73 ट्रेनों की मांग की है। झारखंड 13 और सबसे कम पश्चिम बंगाल सरकार ने 10 ट्रेनों की मांग की है।
बता दें पश्चिम बंगाल सरकार ने पहले स्पेशल ट्रेनों को राज्य में प्रवेश करने की अनुमति नहीं दी थी। जिससे नाराज होकर कल गृहमंत्री अमित शाह ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को पत्र लिखक नाराजगी जाहिर की थी और ट्रेनों को प्रवेश करने की अनुमति देने को कहा था।
प्रतिदिन स्पेशल ट्रेनों के द्वारा लाखों प्रवासियों को उनके घर तक पहुंचाया जा रहा है। इसमें गुजरात, महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल, बिहार, झारखंड, तमिलनाडु, तेलंगाना, जयपुर, दिल्ली और उत्तर प्रदेश के प्रवासियों को उनके घर भेजा जा रहा है। हालांकि रेलवे स्टेशन से इन सभी को बसों के द्वारा ले जाया जाएगा।