लखनऊ मेट्रो में मनाया गया “अंतर्राष्ट्रीय वृद्ध दिवस”

आज गोल्डन ऐज क्लब के 30 बुजुर्ग लोगो को लखनऊ मेट्रो रेल में मुंशीपुलिया से हजरतगंज तक की ट्रेन यात्रा कराई। यह यात्रा संस्था की संचालिका श्रीमती इंदु शेखर जी के नेतृत्व में हुई। जिसमें मशहूर बांसुरी वादक श्री एस.के. बनर्जी जी भी शामिल हुए।

पहली बार लखनऊ मेट्रो से इन सभी लोगों ने यात्रा की। लखनऊ मेट्रो के स्टेशन और ट्रेन के अन्दर सामान्य यात्रियों के अलावा दिव्यांग और बुजुर्ग यात्रियों के लिए खासा इंतजाम किये गए है। जिससे यात्रा के दौरान किसी भी यात्री को परेशानी का सामना ना करना पड़े।

दृष्टिबाधित लोगो के लिए टैक्टाइल पाथ

लखनऊ मेट्रो के प्रत्येक स्टेशन पर दिव्यांग-बुजुर्गों के लिए व्हील चेयर मौजूद है तथा दृष्टिबाधित लोगो के लिए टैक्टाइल पाथ जो कि मेट्रो स्टेशन के प्रवेश द्वार से ट्रेन तक सीधे पहुँचाते है। दृष्टिबाधित लोग इस टैक्टाइल पाथ की सहायता से बिना किसी रुकावट के भी ट्रेन के अन्दर तक प्रवेश कर सकते है। साथ ही मेट्रो के सिक्योरिटी गार्ड भी ऐसे यात्रियों की मेट्रो स्टेशन में प्रवेश अथवा निकलते समय सहायता करते है।

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लखनऊ मेट्रो की ए०ऍम० पीआर  नैनसी अरोड़ा ने गोल्डन ऐज क्लब के सदस्यों को मेट्रो से जुडी कुछ और विशेषताओं के बारे में भी बताया। जैसे कि मेट्रो ट्रेन में यात्रा के दौरान इसके अन्दर लगे इमरजेंसी टॉक सिस्टम, मेट्रो हेल्प लाइन नंबर, क्लोज सर्किट कैमरे, आदि महत्वपूर्ण बाते बताई।

लखनऊ में मेट्रो सेवा से मिली लोगों को राहत 

मुंशीपुलिया से हजरतगंज मेट्रो ट्रेन तक यात्रा करते समय सभी ने अन्ताक्षरी खेली और पुराने गीतों का शमां बांध दिया। हजरतगंज स्टेशन पर बुजुर्ग यात्रियों के लिए एक संगीत का ख़ास कार्यक्रम रखा गया। जिसमे सभी लोगों ने बारी बारी से अपने पसंदीदा गीत भी गाये। सभी ने मेट्रो द्वारा किये गए आज के इस कार्यक्रम की तारीफ की और कहा -“लखनऊ में मेट्रो रेल के चल जाने से हमारी रोजमर्रा की जिंदगी में रफ़्तार आ गयी है, अब पहले की तरह बस और टैक्सी में परेशानी नहीं झेलनी पड़ती है।” मेट्रो रेल लखनऊ शहर के लिए एक आराम और सुरक्षित वाला संसाधन है। कार्यक्रम के अंत में सभी ने अंतर्राष्ट्रीय वृद्ध दिवस पर मेट्रो को आज के इस आयोजन कराने के लिए धन्यवाद दिया।

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