उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में स्थित बलरामपुर अस्पताल में आज बुधवार को सभी नर्सों ने कार्य करने से मना कर दिया। इनका आरोप है कि डायरेक्टर डॉ राजीव लोचन ने इस्तेमाल किए हुए ग्लब्स को जबरदस्ती नर्स की जेब में रख दिया। इसके साथ ही एक और आरोप डायरेक्टर पर नर्सों द्वारा लगाया जा रहा है कि डायरेक्टर डॉ राजीव लोचन ने 1 अप्रैल से लेकर 10 अप्रैल तक COVID-19 वार्ड में ड्यूटी करने वाली नर्सेज को बिना क्वॉरेंटाइन किए ही घर भेज दिया।
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ये दो गंभीर आरोप बलरामपुर अस्पताल के डायरेक्टर डॉ राजीव लोचन पर लगाए गए हैं। नर्सों की मांग है कि डायरेक्टर को हटाया जाए। जब तक यह कार्यवाही नहीं होती तब तक रोज वे 2 घंटे कार्य का बहिष्कार करेंगी। नर्सों के साथ कुछ डॉक्टरों ने भी कार्य से बहिष्कार कर दिया है। हड़ताल करते हुए इन्होंने नारे लगाए की ‘इंकलाब जिंदाबाद‘ ‘हमसे जो टकराएगा चूर चूर हो जाएगा ।’
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बता दें लखनऊ के बलरामपुर हॉस्पिटल में भी कोरोनावायरस के कुछ मरीजों का इलाज चल रहा है। इसमें तबलीगी जमात से जुड़े हुए 25 लोगों का भी इलाज चल रहा है। इन लोगों द्वारा डॉक्टर और नर्सों से अभद्रता करने की शिकायत भी आई थी। इसकी शिकायत अस्पताल प्रशासन ने पुलिस से की थी। इसके बाद पुलिस ने आकर इनके खिलाफ शिकायत दर्ज कर ली थी।