उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के अमौसी हवाई अड्डे (Amousi Airport) की कमान अब अडानी ग्रुप को सौंप दी गई है। अब अडानी ग्रुप 1 अप्रेल से यहाँ पर विकास व प्रबंधन का जिम्मा संभालेगा। एएआई ने इसके लिए अडानी ग्रुप से 50 साल के लिए किया करार किया है जबकि एयर ट्रेफिक कंट्रोल और एटीसी की जिम्मेदारी एएआई के पास ही रहेगी। पिछले साल देश के 6 हवाई अड्डों को निजी हाथों में सौंपने का निर्णय लिया गया था जिसमे अडानी समूह ने सबसे बड़ी बोली लगाकर अमौसी एयरपोर्ट के लिए अपनी दावेदारी पेश किया था।
Over the past 30 years, @AdaniOnline has catered to critical demand gaps in India. Today as we sign the concession agreements for Mangaluru, Lucknow & A'bad with @AAI_Official, its the beginning of another historic journey catering to India's exponential airport infra demands.
— Gautam Adani (@gautam_adani) February 14, 2020
अडानी ग्रुप के मुखिया गौतम अडानी ने एक ट्वीट कर के इसकी जानकारी दी है और एएआई ने भी ट्वीट कर के इसकी पुष्टि की है। अडानी समूह मई तथा जून में एयरपोर्ट का काम समांतर रूप से देखना चालू कर देगा। अमौसी एयरपोर्ट के T3 टर्मिनल भी तेजी से बनाया जाएगा और रनवे की लंबाई को भी बढ़ाया जाएगा जिससे एयरपोर्ट के विकास को रफ्तार मिलेगी। अभी लखनऊ Airport के रनवे की लंबाई करीब 2742 मीटर तक है जबकि अंतर्राष्ट्रीय मानकों के हिसाब से रनवे की लंबाई 3500 मीटर तक होना चाहिए।
AAI today signed 3 Concession Agreements with the Adani Airports Ltd. for Operations, Management & Development of Ahmedabad, Lucknow & Mangaluru Airports through PPP mode. The agreements were signed in presence of Chairman, AAI & other senior officials of AAI & Adani Enterprises. pic.twitter.com/bjvO7hU0q1
— Airports Authority of India (@AAI_Official) February 14, 2020
केंद्र सरकार ने अमौसी के चौधरी चरण सिंह अन्तर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट के विकास तथा यात्रियों की सुविधाओं को बेहतर बनाने के लिए पिछले साल फरवरी में एक्सप्रेशन ऑफ इंट्रेस्ट के तहत अडानी ग्रुप को एयरपोर्ट देने का लेटर ऑफ इंडेंट जारी किया था। अडानी ग्रुप को अमौसी एयरपोर्ट सौंपने के बाद 1 अप्रैल से कई नियम तथा अधिकार बदल जाएंगे और कर्मचारियों की शिफ्ट में भी बदलाव होगा।
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इस समय भारतीय प्राधिकारण के 300 कर्मचारी लखनऊ एयरपोर्ट पर कार्यरत हैं जिसमे ऑपरेशन के ज़्यादातर कर्मचारी 1 अप्रैल के बाद ATS और नेविगेशन में लग जाएंगे और कॉमर्शियल के कर्मचारी 2 साल तक अडानी ग्रुप के साथ कार्य करेंगे। ट्रैफिक बढ़ाने के लिए अमौसी हवाई अड्डे पर निवेश को भी बढ़ावा दिया जाएगा और हवाई अड्डे के बाहरी हिस्से में कानपुर रोड तक नए सिरे से पार्क तथा सड़क का भी निर्माण करवाया जाएगा। इसके अलावा यह भी सुनने में आया है कि रनवे के विस्तार की अड़चनों को दूर करने का काम भी 1 अप्रैल के बाद कभी भी चालू किया जा सकता है।