महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के एक फैसले से शिरडी में रहने वाले साईं भक्त नाराज हो गए है और आज 19 जनवरी को शिरडी ग्राम सभा ने अनिश्चितकालीन बंद करने का फैसला किया है। साईं ट्रस्ट ने भी इस बंद को समर्थन देने का फैसला किया है। इसकी वजह से साईं भक्तों को कई समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। हालाकिं मंदिर खुला रहेगा और नियमित पूजापाठ-आरती होगी।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने 9 जनवरी को परभणी जिले के पाथरी को साईं बाबा का जन्म स्थान मानते हुए उसके विकास के लिए 100 करोड़ के पैकेज का ऐलान किया था। इसी का विरोध शिरडी ग्राम सभा ने करते हुए बंद का ऐलान किया है। उनका कहना है की महाराष्ट्र सरकार आस्था से खिलवाड़ कर रही है।
Maharashtra: Devotees visit Shirdi Sai Baba temple amid bandh called today in #Shirdi town, against CM Uddhav Thackeray's reported comment calling Pathri (in Parbhani) as Sai Baba's birthplace. pic.twitter.com/z5nPzxMiFZ
— ANI (@ANI) January 19, 2020
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एनसीपी नेता अब्दुल्ला खान दुर्रानी ने कहा की ‘साईं की कर्मभूमि शिरडी है और पाथरी जन्म भूमि और इसके सबूत भी है। दोनों की अपनी-अपनी अहमियत है। शिरडी इस लिए विरोध कर रहा है की उनको अपनी कमाई बट जाने का डर लग रहा है।’ परभणी जिले के पाथरी को जन्मस्थान मानकर विकसित किया गया तो जाहिर सी बात है की साईं बाबा के भक्त उनके जन्म स्थान पर भी जायेंगे जिससे शिरडी की कमाई में कुछ कमी आएगी। बता दें शिरडी से पाथरी 256 किलोमीटर दूर है और साढ़े पांच घंटे का समय लगता है। वही ट्रेन से ये सफर 12 से 13 घंटे का है।
जैसा की आप जानते होंगे की साईं बाबा के बारे में किसी को पूरी जानकारी नहीं है की उनका असली नाम क्या है?,उनका जन्म स्थान कहाँ है? आदि। उनके जन्म स्थान को लेकर अक्सर बहस होती रही है। कुछ लोग साईं बाबा का जन्म स्थान पाथरी को मानते है तो कुछ इस बात से इंकार करते है।