रिलायंस कम्युनिकेशन के डायरेक्टर अनिल अंबानी ने अपने डायरेक्टर पद से इस्तीफ़ा दे दिया है। भारत की टेलीकॉम कम्पनियाँ इस समय बहुत ही बुरी हालात में हैं। इस समय देश की लगभग सभी टेलीकॉम कम्पनियाँ घाटे के जाल में फंसी हुई हैं। सरकार और टेलीकॉम कंपनियों के बीच चल रहे AGR मामले को लेकर कोर्ट ने सरकार के पक्ष में फैसला सुनाते हुए कहा की टेलीकॉम कंपनियों को एडजस्टेड ग्रॉस रेवेन्यू AGR का भुगतान करना पड़ेगा। यह मामला पिछले कई वर्षों से चल रहा है। इस मामले में देश की दूसरी सबसे बड़ी घाटे वाली कंपनी रिलायंस कम्युनिकेशन है।
अंबानी के साथ कई अन्य निदेशकों ने दिया इस्तीफ़ा
रिलायंस कम्युनिकेशन के डायरेक्टर अनिल अम्बानी के साथ ही छाया विरानी, रायना करानी, मंजरी कक्कड़ और सुरेश रंगचर ने भी निदेशक पद से इस्तीफा दे दिया है। रिलायंस कम्युनिकेशन की कंडीशन ठीक नजर नहीं आ रही है।
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30142 करोड़ रुपये का हुआ तिमाही घाटा
रिलायंस कम्युनिकेशन देश की दूसरी सबसे ज्यादा घाटे वाली टेलीकॉम कंपनियों में से है यह कंपनी दिवालिया होने की कगार पर आ गई है क्यूंकि इसको जुलाई -सितम्बर के तिमाही में 30142 करोड़ रुपये का घाटा हुआ है। यह सब AGR का भुगतान न करने की वजह से हुआ है। इसलिए रिलायंस कम्युनिकेशन के डायरेक्टर अनिल अम्बानी ने अपने पद से इस्तीफ़ा दे दिया है। रिलायंस के अलावा देश की और भी टेलीकॉम कम्पनियाँ देवलिया होने की प्रक्रिया में हैं।