उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गौतमबुद्ध नगर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (SSP) वैभव कृष्ण को निलंबित करने की तैयारी शुरू कर दिया है। प्रदेश के पुलिस महानिदेशक (DGP) ओम प्रकाश सिंह (OP Singh) के छुट्टियों पर से लौटते ही मुख्यमंत्री ने उन्हें फ़ौरन बुलाया है। नोएडा एसएसपी वैभव कृष्ण के अलावा इस मामले को लेकर अब रामपुर एसपी (SP) अजयपाल शर्मा तथा कई और एसएसपी की भी कुर्सी खतरे में पड़ गई है।
हाल ही में तीन वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुए थे जिसे लेकर बवाल मच गया था। मेरठ के आईजी आलोक सिंह ने इस पूरे मामले को लेकर एसएसपी वैभव कृष्ण का स्पष्टीकरण डीजीपी ओपी सिंह को दे दिया था और इसकी पूरी रिपोर्ट शासन को मिल चुकी है। अब इस प्रकरण से जुड़े अफसरों को लेकर कार्यवाई की जानी है। मेरठ के आईजी आलोक सिंह सोमवार को मुख्यमंत्री योगी, अपर मुख्य सचिव अवनीश कुमार अवस्थी तथा डीजीपी से मुलाकात करने लखनऊ आये हुए थे और उनकी यह मुलाकात काफी चर्चा में भी रही थी।
गौतमबुद्ध नगर एसएसपी का कथित वीडियो हुआ वायरल
मेरठ के आईजी आलोक सिंह की इस मुलाकात को पदोन्नति के बाद शिष्टाचार भेंट बताया जा रहा है लेकिन लोगों के बीच में यह भी बहस थी कि वायरल वीडियो को लेकर अब तक सामने आए तथ्यों से उन्होंने सभी को अवगत करा दिया है। सूत्रों के हवाले से पता चला है कि एसएसपी वैभव कृष्ण ने बाकी आईपीएस अफसरों के खिलाफ भेजे गए गोपनीय पत्र को लीक किए जाने के मामले में अपने आप को निर्दोष कहा है।
वैभव कृष्ण की रिपोर्ट को ऊपर भेजा जा चुका है जबकि उनके द्वारा रखे गए पक्ष की जांच अलग से हो रही है। गोपनीय दस्तावेजों के लीक होने से उच्च स्तर पर बहुत अधिक नाराज़गी है। इसी लिए ऐसा लग रहा है कि बहुत जल्द ही इस मामले जुड़े हुए अफसरों के खिलाफ ठोस कदम उठाया जा सकता है और वायरल हुए वीडियो की जांच रिपोर्ट आने के बाद इस मामले पर फैसला लिया जाएगा।