ललितपुर :- ताजा मामला ललितपुर जनपद की तहसील महरौनी के सौजना थाने का है जहां बिना पूर्व सूचना के एस डी एम एवं सी ओ महरौनी की मौजूदगी में एक विधवा महिला का रात में ही जेसीबी मशीन से आशियाना गिरवा दिया गया।
महिला एवं उसके बच्चे चीखते रहे, चिल्लाते रहे लेकिन प्रशासन ने उनकी एक न सुनी।
इतना ही नही सौजना थाना पुलिस ने बर्बरता दिखाते हुए विधवा महिला की नाबालिक लड़की को खींचते हुए थाने ले गई और उसे 2 घंटे तक बेवजह बैठाए रखा।
पुलिस पर आरोप है कि पीड़ित महिला के साथ भी छीना झपटी की गई।
हद तो तब हो गई जब महिला इस मामले की शिकायत करने जिला अधिकारी की चौखट पर न्याय मांगने आई तब सुबह 9:00 बजे से शाम 5:30 बजे तक बैठने के बाद भी जिलाधिकारी ने उसकी कोई सुनवाई नहीं की और उसे पुलिस बुलवाकर जिला अधिकारी से मिलने पर रोक लगा दी। आखिरकार जब उसने हंगामा करते हुए आत्मदाह की बात कही तब जिला अधिकारी योगेश शुक्ल पीड़िता से मिले और मुआयना करने की बात कही।
महिला ने आरोप लगाते हुए बताया कि हम वहां 20 वर्ष से रह रहे हैं उसके बावजूद एसडीएम ज्ञानेश्वर प्रसाद एवं सी ओ ने बिना कोई नोटिस और सूचना दिए अचानक आकर रात में हमारा घर जेसीबी से तुड़वा दिया।
पूरे प्रकरण में सवाल उठना लाजमी
जहां एक ओर प्रदेश सरकार महिलाओं की सुरक्षा का भरोसा दिला रही है वहीं जिला प्रशासन जबरदस्ती और बिना पूर्व सूचना के महिला को प्रताड़ित कर रहे हैं साथ ही उसका आशियाना तुड़वाकर महिला एवं उसकी बेटी को घसीटने का कार्य बिना महिला पुलिस के स्वयं पुलिस कर्मियों के द्वारा किया जा रहा है।
वही आप पार्टी के जिला संयोजक हरदयाल लोधी का कहना है कि यह कानूनन गलत है रात के अंधेरे में किसी का मकान थोड़ा जाना साथ ही पुलिस कर्मी द्वारा बिना महिला पुलिस के महिलाओं का बर्बरता पूर्ण व्यवहार करना काफी निंदनीय है और इसके लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को कड़ी कार्रवाई करना चाहिए।