उत्तर प्रदेश की योगी सरकार में मंत्री स्वाति सिंह ने लखनऊ के क्षेत्राधिकारी कैंट को फोन पर धमकी दी। जिसका ऑडियो सोशल मिडिया पर बहुत तेजी से वायरल हो रहा है। अभी यह क्षेत्राधिकारी कैंट को फोन पर धमकी देने के ऑडियो वाला मामला शांत नहीं हो पाया और मंत्री स्वाति सिंह का एक वीडियो भी वायरल हो रहा है। जिसमे मंत्री स्वाती सिंह हजारों ग्राहकों का पैसा हड़पने वाले बिल्डर्स की पैरवी कर रही थी। इसी दौरान मंत्री स्वाती सिंह नाराजगी जताते हुए एक दरोगा को 15 दिन का समय एक केस निपटाने के लिए दे रही है।
बता दें की अंसल एपीआई के खिलाफ धोखाधड़ी और ठगी के सैकड़ों केस दर्ज हैं। अंसल ग्रुप के वाइस चेयरमैन प्रणव अंसल को 29 सितंबर को दिल्ली एयरपोर्ट से हिरासत में लिया गया था। वह लंदन जा रहे थे। इस मामले में योगी सरकार में मंत्री स्वाती सिंह जाँच पड़ताल कर रही है। इस दौरान उन्होंने योगी सरकार में मंत्री स्वाती सिंह ने राजधानी लखनऊ की सीओ कैंट को कथित तौर पर फोन कर उसको धमकी दे डाली।बता दे की यह ऑडियो सोशल मीडिया पर बहुत तेजी से वायरल हो रहा है। इसके साथ ही मंत्री स्वाती सिंह ने सीओ कैंट डॉ. बीनू सिंह को धमकी देते हुए कहा की यह भी कहा कि अगर यहां काम करना है तो एक दिन बैठ लीजिए यहां आकर।
Chief Minister Yogi Adityanath summoned state minister Swati Singh earlier today after a purported audio clip of Swati Singh threatening a police officer in Lucknow went viral. CM has asked for a report from the DGP in 24 hours. (file pics) pic.twitter.com/3bXFUzGmRC
— ANI UP (@ANINewsUP) November 16, 2019
आपको बता दें कि अंसल एपीआई के खिलाफ धोखाधड़ी और ठगी के सैकड़ों केस दर्ज हैं। अंसल ग्रुप के वाइस चेयरमैन प्रणव अंसल को 29 सितंबर को लंदन जा रहे थे। तभी दिल्ली एयरपोर्ट से हिरासत में लिया गया था। आप सोशल मिडिया में वायरल हो रहे ऑडियो उन्हें साफ तौर पर सुना जा सकता है। की स्वाती सिंह किस तरह सीओ कैंट से बात कर रही हैं और उसको धमकी दे रही है।
डांडिया उत्सव आयोजन में शामिल हुई मंत्री स्वाति सिंह
गौरतलब है की इससे पहले भी योगी सरकार में मंत्री स्वाति सिंह विवादित मामलों को लेकर विपक्ष के निशाने में रही हैं। उत्तर प्रदेश की मंत्री स्वाती सिंह द्वारा बियर बार का उद्घाटन भी किया गया था। इस कार्यक्रम की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद विपक्ष की तरफ से बहुत ज्यादा विवाद हुआ था।इस विवाद में विपक्ष ने योगी सरकार के ‘चाल, चरित्र एवं चेहरे’ को लेकर सवाल उठाया था।