लॉक डाउन के उल्लंघन करने के कारण प्रवासी श्रमिकों के विरुद्ध दर्ज मुकदमों को सुप्रीम कोर्ट ने वापस लेने का आदेश दिया है। जोकि प्रवासी श्रमिकों के लिए बड़ी राहत की बात है। कोर्ट के इस फैसले का बसपा सुप्रीमो मायावती ने स्वागत किया है।
दरअसल देश में 24 मार्च से शुरू हुए लॉक डाउन के बाद लाखों गरीब श्रमिक देश के विभिन्न राज्यों से अपने घरों के लिए पैदल, साइकिल, रिक्शा से ही रवाना होने लगे थे और इस दौरान लॉक डाउन नियमों का उल्लंघन हुआ। जिसके लिए इन सभी पर मुकदमे दर्ज हुए थे। इसे आज सुप्रीम कोर्ट ने वापस लेने का आदेश दिया है। उच्चतम न्यायालय के इस आदेश को बसपा सुप्रीमो ने सही बताया है।
बसपा सुप्रीमो मायावती ने ट्वीट कर कहा कि कोरोना महामारी बाल लॉक डाउन के कारण बेरोजगार व बेसहारा होकर जैसे तैसे हजारों किलोमीटर दूर घर वापसी करते समय नियमों का पालन नहीं कर पाने वाले मजलूम प्रवासी श्रमिकों के विरुद्ध जो मुकदमे दर्ज किए गए हैं। उन्हें वापस लेने का माननीय सुप्रीम कोर्ट का आदेश सही समयिक व सराहनीय है।
साथ ही घर वापस लौटे प्रवासी श्रमिकों को उनके गृह राज्य में उनके योग्यता का आकलन करके रोजगार की व्यवस्था करने संबंधी माननीय कोर्ट के निर्देश का भी भरपूर स्वागत। इस संबंध में अब सरकारों को गंभीर व संवेदनशील होकर ठोस कार्यवाही अभिलंब शुरू कर देनी चाहिए। यह बीएसपी की मांग है।