दिल्ली में चार दिनों से सियासी मुद्दों के चलने के बाद शुक्रवार को महराष्ट्र में नई सरकार बनने का ऐलान होना संभव है। हालाँकि अभी तक बैठकों का दौर जारी है। इस बैठक के दौरान कांग्रेस एनसीपी की शिव सेना के साथ बैठक में गठबंधन पर मुहर लग सकती है। जिसके बाद मुंबई में गठबंधन का ऐलान संभव है। आपको बता दे की माना जा रहा है की गठबंधन सरकार के नेतृत्व शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के हाथो में दिया जा सकता है।
हालाँकि शिवसेना सूत्रों की माने तो उद्धव ठाकरे मुख्यमंत्री पद के लिए अभी अपना मन बना नहीं पाए है। इससे पहले शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे अपने बेटे आदित्य ठाकरे के साथ बृहस्पतिवार को देर रात एनसीपी प्रमुख शरद पवार के घर पहुंचे। जहाँ शिवसेना नेता संजय राउत और एनसीपी नेता अजित पवार भी मौजूद रहे।
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बताया जा रहा है की तीनो पार्टियों के बीच सरकार में भागीदारी का एक सूत्र है जिस पर सहमति बन चुकी है। ऐसे में जहाँ शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे राज्य के सीएम तो कांग्रेस एनसीपी की तरफ से बाला साहब थोराट और अजित पवार को डिप्टी सीएम बनाये जाने की की भी खबर आ रहे है। इसी के चलते कैबिनेट में 45 मंत्री होंगे जिसमे शिवसेना और एनसीपी के 15-15 और कांग्रेस को 12 मंत्री पद मिलेंगे।
इस से ये पता चलता है की भले ही सीएम शिवसेना को हो लेकिन महत्वपूर्ण विभाग कांग्रेस एनसीपी को मिलेंगे। सूत्रों के मुताबिक बता दे की अजित पवार के पास गृहमंत्रालय और जयंत पाटिल के पास वित्तमंत्रालय एवं छगन भुजबल के पास पीडब्लूडी रहेगा। जबकि कांग्रेस के थोराट को राजस्वमंत्रलय की जिम्मेदारी मिलेगी। इसके अलावा उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य ठाकरे को शिक्षा विभाग मिल सकता है।
सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस, शिवसेना, एनसीपी के बीच चार विधायकों पर एक मंत्री का फार्मूला तय हुआ है। ऐसे में शिवसेना को 56 विधायकों पर 15 एनसीपी को 54 विधायकों पर 15 और कांग्रेस को 44 विधायकों पर 12 मंत्री पद मिलेंगे। हालाँकि सरकार बनाने को लेकर अब नजर शिवसेना कांग्रेस और एनसीपी के बीच होने वाली अंतिम बैठक पर है।