शाहीन बाग में पिछले 1 महीने से CAA को लेकर विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है और इसकी कवरेज करने गए पत्रकारों के साथ बदसलूकी करने का मामला सामने आया है। जिसका वीडियो भी सोशल मिडिया पर तेज़ी से वायरल हो रहा है। वीडियो में देखा जा सकता है की पत्रकार को रिपोर्टिंग करने से रोकने के लिए धक्का-मुक्की की जा रही है और वापस जाने को कहा जा रहा है।
ये हो सकता है कारण
जैसा की पहले कई प्रदर्शनों में सामने आया की प्रदर्शनकारियों को खुद नहीं पता है की नागरिकता कानून क्या है, और ये सभी tv चैनल्स पर दिखाया गया। शाहीन बाग में भी 1 महीने में कई पत्रकार रिपोर्टिंग करने गए और उन्होंने प्रदर्शनकारियों से पूछा यहाँ क्यों है?, CAA क्या है ?, इसका आप पर क्या असर पड़ेगा? इस तरह के सवालों का जवाब प्रदर्शन करने वाले नहीं दे पाए और न्यूज़ टीवी चैनल ने इसको खूब दिखाया। जिसकी वजह से देश ने प्रदर्शन को गंभीरता से लेना बंद कर दिया।
क्या हुआ ? जब इतनी ज्यादा संख्या में सड़क पर उतरे शेर -वीडियो वायरल
ट्विटर पर हुआ विरोध
ये देखिए शहीन बाग का सच …कैसे ज़हरीले लोग है ये ..
ये “संबिधन” की लड़ाई लड़ रहें है??“हो क़त्लेआम,हो सड़क जाम
मेरा मक़सद है देश जले।
मैं नफ़रत की छुपी आग हूँ
मैं शाहीन बाग हूँ।I condemn the violence on @DChaurasia2312 at Shahin Baag!! pic.twitter.com/kvVPEP7jYc
— Sambit Patra (@sambitswaraj) January 24, 2020
पत्रकार के साथ की गयी हाथापाई का सोशल मिडिया पर जम कर विरोध हो रहा है। बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने लिखा की ‘ये देखिए शहीन बाग का सच.कैसे ज़हरीले लोग है ये,ये “संबिधन” की लड़ाई लड़ रहें है??’ वहीँ जिस पत्रकार के साथ हाथापाई हुई, उन्होंने लिखा की ‘सुन रहे हैं कि संविधान ख़तरे में है, सुन रहे हैं कि लड़ाई प्रजातंत्र को बचाने की है! जब मैं शाहीन बाग की उसी आवाज़ को देश को दिखाने पहुँचा तो वहाँ मॉब लिंचिंग से कम कुछ नहीं मिला! ‘ बता दें इससे पहले भी कई बार पत्रकारों को रिपोर्टिंग करने से रोका जा चूका है। फिर चाहे वो महिला पत्रकार ही क्यों न हो।