ट्रेनों में चेन पुलिंग रोकने का विचार बना रही है रेलवे, उठा सकती है ये कदम।

रेलवे में चेन पुलिंग के बढ़ते मामले पर रोक लगाने की सारी कोशिशें हुई नाकाम। कुछ सालों में चेन पुलिंग के 2680 मामले दर्ज हुए हैं। यह मामला लगातार बढ़ता ही जा रहा है। इसकी वजह से रेलवे सरकार अब इमरजेंसी चेन हटाकर दूसरे विकल्प पर मंथन कर रही है, जिसका कोई गलत तरीके से उपयोग नहीं कर पाएगा।

रेलवे के मैकेनिकल अधिकारी ने बताया है कि एक बार ट्रेन में चेन पुलिंग होने पर 15 से 20 मिनट ट्रेन लेट हो जाती है और उसके बाद एयरप्रेशर बनने पे ही ट्रेन रवाना होती है। एक साल में हजारों लीटर डीजल का नुकसान होता है। क्यूंकि एक बार चेन पुलिंग होने पर एयरप्रेशर बनाने में 20-25 लीटर डीजल की खपत होती है। इसकी वजह से पीछे आने वाली ट्रेनें और विलम्ब हो जाती हैं। जिससे यात्रिओं को परेशानी झेलनी पड़ती हैं।

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बोर्ड अधिकारियों की मानें तो चेन पुलिंग हटाने से रेलवे को कोई नुकसान नहीं होगा। ट्रेनों के विलम्ब होने में भी सुधार होगा। इसको हटाने के बाद यात्रिओं को कुछ अलग सुविधा दी जाएगी।अब यात्रिओं को सीधे गार्ड या लोको पायलट को आपात स्थिति की सूचना पहुचानी होगी , जिसके बाद मामले की गंभीरता को देखते हुए ट्रेन को रोकने या नहीं रोकने का निर्णय लिया जाएगा। मोबाइल एप्लीकेशन भी बनाया जा सकता है। इन उपायों पर रेलवे विचार कर रहा है।

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