पी. चिदंबरम को बेल होगी या जेल, आज होगा फैसला।

पूर्व वित्त मंत्री व कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी. चिदंबरम कि आज सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई है। आपको बता दे कि पी. चिदंबरम आईएनएक्स मीडिया केस में दोषी हैं जिसके चलते उन्हें कुछ दिन पहले ही सीबीआई उनको उनके घर से गिरफ्तार कर सीबीआई मुख्यालय ले गई थी, जहां उनसे कड़ी पूछताछ की गई जिसके बाद उनकी शुक्रवार को पेशी होनी थी और अब आज सोमवार को भी चिदंबरम को कोर्ट जाना होगा।

ईडी ने सुप्रीम कोर्ट में दाखिल किया हलफनामा

हलफनामे में ईडी ने कहा कि पी चिदंबरम ने अपने विश्वासपात्र और करीबियों तथा सह साजिशकर्ताओं के साथ मिलकर भारत और विदेश में सेल कंपनियों का जाल बनाया था और इसके सभी सबूत मौजूद है।

आगे ईडी ने कहा कि पी चिदंबरम का सेल कंपनियां संचालन करने वालों के साथ संपर्क में है और हमारे पास इसके सबूत है , हिरासत में की गई पूछताछ से सच्चाई उजागर होगी।यह न केवल ईडी का देश के प्रति कर्तव्य है बल्कि काले धन को उजागर करना और बेनामी कंपनियों में जमा धनराशि को भी जप्त करे।

ईडी ने किया यह बड़ा खुलासा

ईडी ने पी चिदंबरम पर आरोप लगाया कि दिसंबर 2018 में तथा 1 जनवरी और 21 जनवरी 2019 में पूछताछ की लेकिन इन्होंने सहयोग नहीं किया। आगे ईडी ने कहां की चिदंबरम के पास भारत और विदेशों सहित 10 महंगी संपत्ति खरीदी गई हैं तथा 17 बेनामी विदेशी बैंक खाते भी है।

तारीख पर तारीख,अब चिदंबरम को 14 अक्टूबर को होना होगा पेश

चिदंबरम ने शेयर होल्डिंग पैटर्न में बदलाव किए

ईडी ने अपने हलफनामे में कहा की मनी लॉन्ड्रिंग एक गंभीर अपराध है जो की अंतरराष्ट्रीय समुदाय का भी मानना है, क्योंकि भारत अंतरराष्ट्रीय फोरम फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स का सदस्य है। पी चिदंबरम पूर्व वित्त मंत्री, पूर्व गृहमंत्री हो या एक सामान्य नागरिक उनकी अग्रिम जमानत मंजूर नहीं की जानी चाहिए। पी चिदंबरम एक प्रभावशाली व्यक्ति हैं उन्होंने खुद और अपने परिवार से दूरी बनाने के लिए शेल कंपनियों के शेयर होल्डिंग पेटर्न में बदलाव किए हैं।

About Author