आज मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का प्रथम वर्ष पूर्ण होने पर सरकार सोशल मीडिया के माध्यम से करोड़ों लोगों तक अपनी उपलब्धियों को पहुंचा रही है। लेकिन बसपा सुप्रीमो मायावती ने मोदी सरकार के 1 वर्ष पूरा होने पर निशाना साधा है।
1.केन्द्र में बीजेपी सरकार का एक वर्ष पूरा होने पर आज अनेकों दावे किए गए हैं किन्तु वे जमीनी हकीकत व जनता की सोच/समझ से दूर न हों तो बेहतर है। वैसे इनका यह कार्यकाल अधिकतर मामलों में काफी विवादों से घिरा रहा है जिनपर इनको देश व आमजनहित में जरूर गम्भीरता से चिन्तन करना चाहिये। 1/3
— Mayawati (@Mayawati) May 30, 2020
बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा कि केन्द्र में बीजेपी सरकार का एक वर्ष पूरा होने पर आज अनेकों दावे किए गए हैं। किन्तु वे जमीनी हकीकत व जनता की सोच/समझ से दूर न हों तो बेहतर है। वैसे इनका यह कार्यकाल अधिकतर मामलों में काफी विवादों से घिरा रहा है। जिनपर इनको देश व आमजनहित में जरूर गम्भीरता से चिन्तन करना चाहिये।
अपने दूसरे ट्वीट में बसपा सुप्रीमो ने कहा कि जबकि देश की लगभग 130 करोड़ जनसंख्या में से अधिकतर गरीबों, बेरोजगारों, किसानों, प्रवासी श्रमिकों व महिलाओं आदि का जीवन तो यहाँ पहले से भी अधिक अति-कष्टदायक ही बना हुआ है, जो अति-दुःखद है व जिसे जल्दी से भुलाया नहीं जा सकता है।
ऐसे में केन्द्र सरकार को अपनी नीतियों व कार्यशैली के बारे में खुले मन से जरूर समीक्षा करनी चाहिये और जहाँ पर इनकी कमियाँ रहीं हैं, उनपर इनको पर्दा डालने की बजाय, उन्हें दूर करना चाहिये। बी.एस.पी की इनको देश व जनहित में यही सलाह है।
वहीं सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने ट्वीट कर कहा कि “ये सच है कि बुनियाद कभी दिखती नहीं पर ये नहीं कि उसे देखना भी नहीं चाहिए. जिन ग़रीबों के भरोसे की नींव पर आज सत्ता का इतना बड़ा महल खड़ा हुआ है, ऊँचाईयों पर पहुँचने के बाद, संकट के समय में भी उन ग़रीबों की अनदेखी करना अमानवीय है. ये “सबका विश्वास” के नारे के साथ विश्वासघात है.