कांग्रेस पार्टी छोड़ चुके 22 विधायकों ने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस की और अपनी बात सामने रखी। जिसमे विधायकों ने कहा की हमे बंदी बनाकर नहीं रखा गया है। हम अपनी मर्जी से बंगलूरू आये है। कमलनाथ जी ने हमें 15 मिनट भी नहीं सुना। फिर हमें अपने निर्वाचन क्षेत्र में विकास कार्यों के लिए किससे बात करनी चाहिए? वहीँ विधायक इमरती देवी ने कहा की ज्योतिरादित्य सिंधिया हमारे नेता हैं। उन्होंने हमें बहुत कुछ सिखाया। मैं हमेशा उसके साथ रहूंगी भले ही मुझे कुएं में कूदना पड़े।
विधायकों ने मांगी सुरक्षा
विधायकों का कहना है की ‘जब ज्योतिरादित्य सिंधिया पर हमला हो सकता है तो हम पर भी हो सकता है। हम सुरक्षित नहीं है,इसलिए हमे केंद्रीय सुरक्षा मिलनी चाहिए। वहीँ भाजपा में शामिल होने के सवाल पर विधायक बोले की अभी हमने कोई फैसला नहीं किया है पर हम विचार कर रहे है।’ बता दें ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ 22 विधायकों ने कांग्रेस पार्टी को अलविदा कह दिया था। जिसके बाद मध्य प्रदेश में कमल नाथ सरकार के पास सरकार में रहने के लिए आवश्यक विधायकों की संख्या नहीं रही और अब BJP एमपी में सरकार बनाने के चक्कर में है।
Coronavirus : स्वास्थ्य विभाग ने COVID-19 को लेकर जारी किया आंकड़े
सुप्रीम कोर्ट ने जारी किया नोटिस
Supreme Court issues notice to Madhya Pradesh government, hearing tomorrow at 10.30 am https://t.co/Vm55HyRpKQ
— ANI (@ANI) March 17, 2020
सुप्रीम कोर्ट में आज बीजेपी की बहुमत परीक्षण कराने वाली याचिका पर सुनवाई हुई। कोर्ट ने कहा की हम दूसरे पक्ष की बात सुनना चाहते है और कमल नाथ सरकार को नोटिस जारी कर दिया। अब कल बुधवार को इस मामले की सुनवाई होगी। वहीँ पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान का कहना है की मौजूदा सरकार निश्चित रूप से गिरेगी। आज, भारतीय जनता पार्टी के पास सरकार बनाने के लिए आवश्यक संख्याएँ हैं।”