आज बुधवार को राजयसभा में गृह मंत्री अमित शाह ने नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटिजन्स NRC पर चर्चा की और कहा की इसको पूरे देश में लागू किया जायेगा। अमित शाह ने कहा की NRC में ऐसा कोई प्रावधान नहीं है, जो यह कहता हो कि NRC के तहत कोई अन्य धर्म नहीं लिया जाएगा। भारत के सभी नागरिक चाहे वे किसी भी धर्म के हों, NRC सूची में शामिल होंगे। NRC नागरिकता संशोधन विधेयक से अलग है। बता दें NRC लागू करने का विरोध अन्य पार्टियां कर रही है।
NRC will cover everybody across India, irrespective of religion; different from Citizenship Amendment Bill: Amit Shah
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— ANI Digital (@ani_digital) November 20, 2019
राज्यसभा में गृह मंत्री अमित शाह ने कहा की हिंदू, बौद्ध, सिख, जैन, ईसाई, पारसी शरणार्थियों को नागरिकता मिलनी चाहिए, इसीलिए नागरिकता संशोधन विधेयक की आवश्यकता है। ताकि जो शरणार्थी पाकिस्तान, बांग्लादेश या अफगानिस्तान से धार्मिक प्रतारणा के कारण भारत आये है, उनको भारतीय नागरिकता मिल सके। देश भर में नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटिजन्स (NRC) की प्रक्रिया को अंजाम दिया जाएगा। कोई भी हो, चाहे वह किसी भी धर्म का हो, सभी को एनआरसी के तहत लाना एक प्रक्रिया है।