कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर प्रवासियों के लिए 1000 बसें चलाने की अनुमति मांगी है। इस पत्र को यूपी कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू और विधायक दल नेता आराधना मिश्रा मोना के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल मुख्यमंत्री कार्यालय पहुंचकर दीया। इस प्रतिनिधिमंडल में नसीमुद्दीन सिद्दीकी, आर के चौधरी और श्याम किशोर शुक्ला शामिल थे।
पत्र में महासचिव प्रियंका गांधी ने लिखा कि लाखों की संख्या में उत्तर प्रदेश के मजदूर देश के कोने कोने से पलायन कर वापस लौट रहे हैं लगातार सरकार द्वारा की गई घोषणाओं के बावजूद पैदल आ रहे हैं इन मजदूरों को सुरक्षित उनके घरों तक पहुंचाने की कोई व्यवस्था नहीं हो पाई है। प्रदेश में अब तक करीब 65 मजदूरों की अलग-अलग सड़क दुर्घटनाओं में मौत हो चुकी है। जो कि सुबे में कोरोना महामारी से मरने वालों की संख्या से भी अधिक है।
पत्र में आगे प्रियंका गांधी ने कहा कि पलायन करते हुए बेसहारा प्रवासी श्रमिकों के प्रति कांग्रेस पार्टी अपनी जिम्मेदारी निभाते हुए 500 बसें गाजीपुर बॉर्डर से गाजियाबाद और 500 बसें नोएडा बॉर्डर से चलाना चाहती है। इसका पूरा खर्चा भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस वहन करेगी। महामारी से बचने के सब नियमों का पालन करते हुए प्रवासी श्रमिकों को मदद करने के लिए हम 1000 बसों को चलाने की आप से अनुमति चाहते हैं। राष्ट्रर्माता मजदूरों को इस तरह नहीं छोड़ा जा सकता। भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी इनकी मदद करने के लिए प्रतिबद्ध है।
बता दें प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभी प्रवासियों को पैदल यात्रा ना करने के लिए कहा है और बसों के द्वारा अब तक 70000 से ज्यादा लोगों को देश के अलग-अलग हिस्सों से वापस लाया जा चुका है। प्रवासियों के लिए प्रदेश सरकार ने यूपीएसआरटीसी की 11064 बसों को लगाया है। लेकिन यह बसें रेलवे स्टेशनों से प्रवासियों के गंतव्य तक चल रही है।