आज कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गाँधी ने CAA को लेकर विपक्ष की बैठक बुलाई थी। जिसमे विपक्ष की कई बड़ी पार्टियां शामिल नहीं हुई। ये पार्टियां थी BSP ,SP , AAP शिव सेना। इनके अलावा अन्य 20 दलों के नेता इस बैठक में शामिल हुए। बैठक के बाद सोनिया गाँधी और राहुल गाँधी ने पीएम मोदी और गृह मंत्री अमित शाह पर निशाना साधा।
Sonia Gandhi: There've been nation-wide protests by youth supported by citizens. Immediate cause is CAA & NRC but they reflect widespread frustration & pent up anger, which is now out in the open. The response of the police in UP & Delhi has been shockingly partisan and brutal. https://t.co/Wf46zVAcUt
— ANI (@ANI) January 13, 2020
राहुल गाँधी ने कहा की युवाओं की समस्या का समाधान करने के बजाय नरेंद्र मोदी राष्ट्र को विचलित करने और लोगों को विभाजित करने की कोशिश कर रहे हैं। युवाओ की आवाज सही है और उनकी आवाज को दबाया नहीं जाना चाहिए,सरकार को इस आवाज को सुनना होगा। आगे राहुल गाँधी ने कहा की पीएम नरेंद्र मोदी को युवाओं को यह बताने की हिम्मत होनी चाहिए कि भारतीय अर्थव्यवस्था एक आपदा बन गई है।पीएम में छात्रों के सामने खड़े होने की हिम्मत नहीं है।
32 साल के इस आदमी ने दवा किया की ऐश्वर्या राय उसकी माँ है
Rahul Gandhi: Narendra Modi should have courage to tell youngsters why Indian economy has become a disaster…He doesn't have guts to stand in front of students. I challenge him to go to any university, stand there without police&tell people what he's going to do for this country https://t.co/5USuPw9dGe
— ANI (@ANI) January 13, 2020
कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गाँधी ने कहा की मोदी सरकार लोगों को सांप्रदायिक आधार पर विभाजित कर रही है और लोगों का उत्पीड़न कर रही है। गृह मंत्री और पीएम मोदी देश को गुमराह कर रहे है। CAA का विरोध कर रहे प्रदर्शनकरियों पर यूपी पुलिस और दिल्ली पुलिस की कार्यवाही चौकाने वाली थी।
शिव सेना को आमंत्रण नहीं
CAA को लेकर आज कांग्रेस द्वारा बुलाई गयी बैठक में शिव सेना को आमंत्रित नहीं किया गया था। वहीँ TMC प्रमुख व पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी और आम आदमी पार्टी ने पहले ही इस बैठक से किनारा कर लिया था और BSP सुप्रीमो मायावती ने भी बैठक में शामिल होने से इंकार कर दिया था। बता दें ये सभी दल CAA के खिलाफ है और इनके सुर CAA को लेकर एक है पर फिर भी विपक्ष की बैठक में ये दल शामिल नहीं हुए जोकि एक बड़ा सवाल है।