आज शनिवार 11 बजे वित्तमंत्री सीतारमण ने बजट को संसद में पेश किया। ये मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का दूसरा बजट था। लगभग 3 घंटे का लम्बा बजट का भाषण वित्त मंत्री ने दिया। इसके बाद लोक सभा अध्यक्ष की अनुमति से संसद के पटल पर रख दिया। इसके बाद विपक्ष ने सरकार पर बजट को लेकर हमला बोलना शुरू कर दिया। राहुल गाँधी ने कहा की ये इतिहास का सबसे लम्बा बजट का भाषण था और इसमें कुछ भी नहीं था। ये पूरी तरह से खोखला था। इसके बाद राहुल गाँधी ने कहा की मुख्य मुद्दा बेरोजगारी है, मैंने इसमें कोई ऐसा विचार नहीं देखा जिससे हमारे युवाओं को रोजगार मिले।
Congress leader Rahul Gandhi: Maybe this was the longest #Budget speech in history but it had nothing, it was hollow. https://t.co/1j2Gf1mM5I pic.twitter.com/lPpap3PaTJ
— ANI (@ANI) February 1, 2020
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा की ‘ये एक लम्बा भाषण था और ये इस लिए ताकि आम जनता समझ न सके। ये इस दशक का दिवालिया बजट है। किसानो को कुछ नहीं मिलने जा रहा न ए दुगनी होने जा रही है। रोजगार के लिए कोई ठोस फैसले नहीं लिए गए है। व्यापारी GST से मर गया,नैकरियाँ है नहीं और लोगों की कमाई नहीं है तो केंद्र इनकम टैक्स में सहूलियत क्यों दे रही है।’ वहीँ गृह मंत्री अमित शाह ने कहा की मोदी सरकार ने प्रभावी कदम उठाया है। बुनियादी ढांचे को बढ़ावा देने, बैंकिंग प्रणाली को मजबूत करने और निवेश को बढ़ावा देने व व्यापार करने में आसानी के लिए।’