कोरोना महामारी की वजह से देश में चल रहे लॉक डाउन की वजह से देश के विभिन्न हिस्सों में गरीब, मजदूर लोग फंसे हुए हैं और उनको ट्रेनों के द्वारा घर भेजने का काम किया जा रहा है। लेकिन मजबूरन लाखों श्रमिक अभी भी पैदल यात्रा कर रहे हैं। प्रवासियों को सुरक्षित घर पहुंचाने के लिए बसों को लेकर कॉन्ग्रेस और योगी सरकर में आरोप-प्रत्यारोप हो रहा है। इसी को लेकर सपा सुप्रीमो मायावती ने दोनों पार्टियों पर निशाना साधा है।
1. पिछले कई दिनों से प्रवासी श्रमिकों को घर भेजने के नाम पर खासकर बीजेपी व कांग्रेस द्वारा जिस प्रकार से घिनौनी राजनीति की जा रही है यह अति-दुर्भाग्यपूर्ण। कहीं ऐसा तो नहीं ये पार्टियाँ आपसी मिलीभगत से एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप करके इनकी त्रास्दी पर से ध्यान बाँट रही हैं? 1/4
— Mayawati (@Mayawati) May 20, 2020
बीएसपी सुप्रीमो और उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने ट्वीट कर कहा कि पिछले कई दिनों से प्रवासी श्रमिकों को घर भेजने के नाम पर खासकर बीजेपी व कांग्रेस द्वारा जिस प्रकार से घिनौनी राजनीति की जा रही है यह अति दुर्भाग्यपूर्ण है। कहीं ऐसा तो नहीं यह पार्टियां आपसी मिलीभगत से एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप करके इनकी त्रासदी पर से ध्यान बांट रही है। यदि ऐसा नहीं है तो बीएसपी का कहना है कि कांग्रेस को सभी प्रवासियों को बसों से ही घर भेजने में मदद करने पर अड़ने की बजाय, उनका टिकट लेकर ट्रेनों से ही इन्हें इनके घर भेजने में प्रवासी श्रमिकों की मदद करनी चाहिए। तो यह ज्यादा उचित वह सही होगा।
आगे बीएसपी सुप्रीमो ने कहा कि ‘इन सभी बातों को खास ध्यान में रखकर ही बीएसपी के लोगों ने अपने सामर्थ्य के हिसाब से प्रचार व प्रसार के चक्कर में ना पड़कर बल्कि पूरे देश में इनकी हर स्तर पर काफी मदद की है अर्थात बीजेपी व कांग्रेस पार्टी की तरह गरीब प्रवासी मजदूरों की मदद की आड़ में कोई घिनौनी राजनीति नहीं की है।” कांग्रेस को सलाह देते हुए मायावती ने कहा कि बीएसपी की कांग्रेस पार्टी को यह भी सलाह है कि यदि कांग्रेस को प्रवासियों को बसों से ही उनके घर वापसी में मदद करनी है अर्थात ट्रेनों से नहीं करनी है तो फिर इनको अपनी यह सभी बसें कांग्रेस शासित राज्यों में श्रमिकों की मदद में लगा देनी चाहिए तो यह बेहतर होगा।