CAA को लेकर हुई BJP की कार्यशाला, घर घर जाकर करेंगे जागरूक

CAA protest
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उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के निरालानगर कार्यशाला में भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने नागरिकता संशोधन अधिनियम 2019 को लेकर एक महत्वपूर्ण कार्यशाला का आयोजन किया। महानगर अध्यक्ष मुकेश शर्मा की अध्यक्षता में यह कार्यशाला सम्पन्न हुई। प्रदेश उपाध्यक्ष अवध क्षेत्र प्रभारी जेपीएस राठौर ने कार्यशाला को सम्बोधित किया। उन्होंने कहा कि भारत में तेज़ी से विकास हो रहा है लेकिन पाकिस्तान जैसे देश को यह बात हजम नहीं न हो रही है। इसीलिए लिए वह हमारे आंतरिक मामले में हस्तक्षेप कर रहा है जबकि पकिस्तान को न जाने कितनी बार भारतीय कूटनीति से हार का सामना करना पड़ा है।

जेपीएस राठौर ने विपक्ष पर हमला करते हुए कहा कि नागरिकता संशोधन कानून को लेकर हमारा विपक्ष भी एक वर्ग विशेष को गलतबयानी कर के वोट बैंक के लिए भड़काने का काम कर रहा है और देश में अशांती तथा भय का माहौल तैयार किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जिन शरणार्थियों के लिए महात्मा गांधी, पं. जवाहर लाल नेहरू तथा मनमोहन सिंह समेत अन्य कांग्रेस के नेताओं ने समय समय पर नागरिकता प्रदान करने कि बात कही थी उसे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कानूनी रूप दे दिया है। कुछ गिरोहों को प्रधानमंत्री द्वारा बनाया गया यह कानून पसंद नहीं आ रहा है इसी लिए वह लोग विपक्ष की मदद लेकर देश के मुसलमानों को झूट बताकर उनको भड़का रहे हैं।

राठौर ने कहा कि सीएए अल्पसंख्यकों को नागरिकता देने के लिए बनाया गया है न कि किसी की नागरिकता लेने के लिए बना है। आज़ादी के बाद जब भारत और पकिस्तान का बंटवारा हुआ था तब पाकिस्तान में 28% हिन्दू हुआ करते थे लेकिन अब सिर्फ 3% ही रह गए हैं। बांग्लादेश में भी पहले 23% हिन्दू थे जोकि अब 7% बचे हैं। इन देशो से इतनी बड़ी संख्या में अल्पसंख्यक हिन्दु, सिंख, बौद्ध, जैन, पारसी, इसाई कहा गायब हो गए। यह लोग वहां से धार्मिक प्रताड़ना झेलकर भारत में शरण लेने आ गए हैं।

जेपीएस राठौर ने आगे कहा कि जो लोग 31 दिसंबर 2014 तक भारत आ चुके हैं इन लोगों को ही बीजेपी सरकार ने नागरिकता देने के लिए यह कानून बनाया है ताकि वह लोग भी सम्मनित जीवन गुज़ार सकें, परन्तु विरोधी पार्टियां इसपर राजनीति कर रही है। इन पार्टियों को भारत में बेस इन शोषित, पीड़ित, वंचित लोगों की चिन्ता नहीं है और वह देश में अराजकता का माहौल फैला रहे हैं। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव भी इस कानून का विरोध कर रहें हैं।

उन्होंने देश के अल्पसंख्यक/मुस्लिमों से कहा कि बीजेपी ने उनको मुफ्त में गैस चूल्हा, बिजली कनेक्शन, आवास, शौचालय, आयुष्मान भारत योजना के अन्तर्गत स्वास्थ बीमा दिया, तब तो आपके साथ अन्याय नही हुआ। केंद्र सरकार आपको भी देश का नागरिक समझती है और आपकी सेवा करना चाहती है। आप लोगों को इन विरोधी पार्टियों के जाल में न आएं और वोट बैंक की राजनीति से निकलकर देश की मुख्य धारा जुड़े। भाजपा सरकार और पार्टी आपके साथ खड़ी है।

कार्यशाला में कानून मंत्री ब्रजेश पाठक ने लोगों को सम्बोधित करते हुए कहा कि विरोधी पार्टियां बीजेपी सरकार के विकास से परेशान हैं और काफी समय से देश में अराजकता फैलाने की कोशिशें कर रही थी। सीएए को लेकर उनको यह मौका मिल गया और उन्होंने इसमें मुसलमानों का इस्तेमाल किया। देश के मुसलमान भी इस जाल में फंस गए। बीजेपी के कार्यकर्ता घर-घर जाकर विपक्ष के झूठ का पर्दाफाश कर रहे हैं और लोगों की ग़लतफ़हमी दूर कर रहे हैं।

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महानगर अध्यक्ष मुकेश शर्मा ने कार्यशाला को सम्बोधित करते हुए कहा कि नागरिकता संशोधन अधिनियम किसी की भी नागरिकता को ख़त्म करने के लिए नहीं बना है बल्कि भारत में 31 दिसम्बर 2014 तक पाकिस्तान, अफगानिस्तान तथा बांगलादेश से आये हुए अल्पसंख्यक लोगों को नागरिकता देने के लिए बना है। भारत में रहने वाले किसी भी धर्म के लोगों को इससे डरने की ज़रूरत नहीं है। इस कानून से एनआरसी का कोई भी सम्बन्ध नहीं है। उन्होंने आगे कहा कि पार्टी के सभी अधिकारियों को बूथ स्तर तक जाकर हर घर में जागरुक्ता फैलाएं और पत्रक-पुस्तिका बांटकर इस क़ानून के बारे में सच्चाई बताएं।

कार्यशाला में विधायक सुरेश श्रीवास्तव, डॉ. नीरज बोरा, प्रदेश उपाध्यक्ष सुधीर हलवासिया, प्रदेश  मंत्री संतोष सिंह, क्षेत्रीय उपाध्यक्ष गोविन्द पाण्डेय, जितेन्द्र सिंह, महानगर महामंत्री अभियान प्रमुख अंजनी श्रीवास्तव, उपाध्यक्ष विवेक सिंह तोमर, महानगर महामंत्री त्रिलोक सिंह अधिकारी, पुष्कर शुक्ला युवा मोर्चा अध्यक्ष टिंकू सोनकर, महिला मोर्चा अध्यक्ष जया शुक्ला, ओबीसी मोर्चा अध्यक्ष नीरज कटियार, किसान मोर्चा अध्यक्ष प्रमोद सिंह, अनुसूचित मोर्चा अध्यक्ष सौरभ बाल्मीकी, अल्पसंख्यक मोर्चा अध्यक्ष मो. जीशान खान, प्रकोष्ठ, प्रकल्प, विभाग के संयोजकों समेत महानगर के मण्डल अध्यक्ष मौजूद रहे।

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