उत्तर प्रदेश राजनीति में बड़ी उथल पुथल मची हुई है जिसमे मायावती को बड़ा झटका लगा है। बहुजन समाज पार्टी के कई बड़े नेता मायावती का दामन छोड़कर अखिलेश यादव के समक्ष समाजवादी पार्टी में शामिल हो गए हैं। इन सभी नेताओं ने बसपा प्रमुख मायावती पर परिवारवाद और तानाशाही का आरोप लगाया और पार्टी बदल लिया। इसके अतिरिक्त भारतीय जनता पार्टी के भी बहुत से नेताओं ने अखिलेश यादव का दामन थाम लिया है।
मायावती को ‘मुख्यमंत्री बनने के लिए अगला जन्म लेना होगा-सुरेंद्र सिंह
एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में अखिलेश यादव पहुचे जहां पर एक कार्यकर्ता ने बीन बजाकर उनका स्वागत किया। पूर्व कैबिनेट मंत्री कमलकांत गौतम ने आपनी पार्टी बहुजन उत्थान समाज पार्टी का समाजवादी पार्टी में विलय किया और अखिलेश यादव के साथ शामिल हो गए हैं। इसके अलावा कम्युनिस्ट पार्टी से पूर्व विधायक रामजगराम सपा में शामिल हो गए। इस मौके पर बहुजन समाज पार्टी से नेता रह चुके कमलकांत गौतम ने कहा कि अगर हमें समर्थन मिला तो 2022 के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव होंगे।