जिंदगी और मौत से जंग लड़ रहे अमर सिंह ने बच्चन से मांगी माफ़ी

amar singh apologise to amitabh bachan
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सिंगापूर के एक हॉस्पिटल में राज्य सभा सांसद और पूर्व SP नेता अमर सिंह का इलाज चल रहा है। उनकी हालत नाजुक बनी हुई है। इस बीच उनको अपनी गलती का अहसास हुआ और उन्होंने अमिताभ बच्चन से सार्वजनिक रूप से एक वीडियो जारी कर माफी मांगी है। अमर सिंह ने कहा की ‘आज मेरे पिता जी की पुण्य तिथि है और श्री अमिताभ बच्चन जी पिछले 10 सालों से लगातार इस दिन मुझे मेरे पिता जी की श्रद्धा में सन्देश भेजते है। सम्बन्ध जितने निकट होते है उसके टूट की चुभन भी उतनी नुकीली होती है। पिछले 10 वर्षों से न सिर्फ मै बच्चन परिवार से अलग रहा बल्कि ये भी प्रयत्न किया की उनके दिल में मेरे लिए नफरत हो। लेकिन आज फिर अमिताभ बच्चन जी ने मेरे पिता जी का स्मरण किया तो मुझे ऐसा लगा की इसी सिंगापुर में गुर्दे की बीमारी के लिए मैं और अमित जी लगभग दो महीने तक साथ रहे और उसके बाद हमारा और उनका साथ छूट सा गया। लेकिन 10 साल निकल जाने पर भी अमिताभ बच्चन जी की निरंतरता में कोई बाधा नहीं आई। वे लगातार अनेक अवसरों पर अपने कर्तव्य का निर्वहन करते रहे फिर चाहे वो मेरा जन्म दिन हो या मेरे पिता जिकी पुण्य तिथि।

Message for Amit Ji

Today is my father’s death anniversary & I got a message for the same from Amitabh Bachchan ji. Sometimes you are aggressively reactive to a person whom you have given all your life. Similar turbulence of emotion did take place in our mutual releationship. At this stage of life when I am fighting a battle of life & death I regret for my over reaction against Amit ji & family. God bless them all.

Posted by Amar Singh on Monday, February 17, 2020

 

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आगे अमर सिंह ने कहा की मुझे लगता है की मैंने अनावश्यक रूप से ज्यादा उग्रता दिखाई। 60 से ऊपर जीवन की संध्या होती है और मै एक बार फिर जिंदगी और मौत की चुनौती के बीच से गुजर रहा हूँ। मुझे लगता है की सार्वजनिक रूप से मुझे और कोई कारन नहीं बस ये की वो मुझसे उम्र में बड़े है उनके प्रति नरमी रखनी चाहिए थी और जो कटु वचन मैंने बोला उसके लिए खेद भी प्रकट कर देना चाहिए। मेरे मन में कटुता और नफरत से ज्यादा उनके व्यवहार के प्रति निराशा रही। लेकिन मुझे लगता है न तो निराशा है न तो कटुता है पर कोई न कोई भाव है। इस लिए आज अपने पिता जी को श्रद्धांजलि देते हुए,जो श्रद्धा सुमन अमिताभ जी ने मेरे पिता के आदर में व्यक्त किये है। ईश्वर कर्मो के अनुसार फल देता है। हमे उनके कार्य में दखल नहीं देनी चाहिए। बहुत बहुत धन्यवाद अमित जी।

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