पीएम मोदी ने किया 2300 km लंबी Optical Fibre का उद्घाटन, जानें क्यों ख़ास है ऑप्टिकल फाइबर ?

pm modi inaugurate rail project
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आज सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अंडमान एवं निकोबार दीप समूह के लिए समुद्र में बिछी 2300 किलोमीटर लंबी optical fibre cable सुविधा का उद्घाटन किया।

यह ऑप्टिकल फाइबर केबल चेन्नई से पोर्ट ब्लेयर और यहां से लिटिल अंडमान और Port Blair से स्वराज द्वीप तक, बिछाई गई है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर कहा कि आज 10 August  अंडमान और निकोबार के मेरे भाई और बहनों के लिए बहुत खास है। Submarine optical fibre cable का आज उद्घाटन हुआ। इससे अंडमान और निकोबार में रहने वाले लाखों लोगों को फायदा होगा।

1.हाई-स्पीड ब्रॉडबैंड कनेक्टिविटी।

2.तेज और विश्वसनीय मोबाइल और लैंडलाइन दूरसंचार सेवाएं।

3.स्थानीय अर्थव्यवस्था को बड़ा बढ़ावा।

4.ई-गवर्नेंस, टेलीमेडिसिन और टेली-शिक्षा का वितरण।

PM ने आगे कहा कि नेताजी सुभाष चंद्र बोस को नमन करते हुए करीब डेढ़ वर्ष पहले मुझे सबमरीन ऑप्टिकल फाइबर केबल कनेक्टिविटी परियोजना के शुभारंभ का अवसर मिला था। समुद्र के अंदर करीब 2300 किलोमीटर तक Cable बिछाने का यह काम समय से पहले पूरा करना अपने आप में बहुत प्रशंसनीय है।

सरकार इस तरह बंद करती है आपका इंटरनेट

गहरे समंदर में सर्वे करना, केबल के कनेक्टिविटी मेंटेन रखना, विशेष जहाजों के जरिए केबल को बिछाना इतना आसान भी नहीं है। मुझे खुशी है कि अब इसका काम पूरा हो चुका है। मैं अंडमान और निकोबार के लोगों को अनंत अवसरों से भरी इस कनेक्टिविटी के लिए बहुत-बहुत बधाई देता हूं।

क्या है Optical Fibre Cable in Hindi ?Optical fiber cable

image source – googleआज के जमाने में internet का उपयोग लगभग सभी लोग करते हैं और ऐसा संभव हो पाता है optical fibre cable की वजह से। यह मोटी केबल होती है, जिसके अंदर बाल के बराबर बारीक तार होते हैं। सब को मिलाकर एक केबल बनती है, जिसे ऑप्टिकल फाइबर केबल कहते हैं। जो समुद्र के अंदर से पूरी दुनिया से जुड़ी हुई है।

Optical fibre cable से कैसे चलता है इंटरनेट

हमारे mobile पर इंटरनेट आने से पहले तीन अलग-अलग कंपनी में से गुजरता हुआ आता है। पहली होती है टीयर वन company जिसमें समुद्र के अंदर अपनी केबलों को बिछा कर रखा है।

optical fiber cable

यह cable भारत में दुनियाभर से आकर मुंबई, चेन्नई, कोचीन, तिरुवंतपुरम, तूतीकोरिन से जुड़ी हुई है और यहां से टीयर टू कंपनियां टीयर वन कंपनियों से Per GB के हिसाब से internet ले लेती हैं फिर यह कंपनियां हम तक इंटरनेट पहुंचाती हैं और इसके पैसे हमसे लेती है।

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