➤ रविवार को कर्फ्यू,राज्य सरकारें करवाए पालन
➤ विश्व युद्ध में इतने देश प्रभावित नहीं थे,जितने कोरोना से है
➤ NCC ,NSS ,धार्मिक संगठन और युवा संगठन लोगों को करे जागरूक
➤ संकल्प और धैर्य से हारेगा coronavirus
➤ निश्चिन्त न होकर सावधानी बरते
Coronavirus जैसी वैश्विक महामारी को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कल रात 8 बजे देश को संबोधित किया। अपने सम्बोधन में पीएम ने Coronavirus के बारे में बताया और लोगों को जागरूक किया। पीएम ने कहा की ‘पूरा विश्व इस समय संकट के बहुत बड़े दौर से गुजर रहा है। आम तौर पर जब कोई प्राकृतिक संकट आता है तो वो राज्य व देशों तक सीमित रहता है। लेकिन इस बार ये संकट ऐसा है की इसने पूरी मानव जाती को संकट ने डाल दिया है। इतने देश तो विश्व युद्ध में प्रभावित नहीं हुए थे जितने आज coronavirs से है।
Stay at home and do not step out until it is absolutely essential.
I specially urge the elderly to not venture out of their homes. #IndiaFightsCorona pic.twitter.com/ae2ld4VHBW
— Narendra Modi (@narendramodi) March 19, 2020
और ये सही बात भी है इस समय दुनिया के 160 से ज्यादा देशों तक coronavirus पहुंच चूका है और इन देशों में संक्रमित लोगों की संख्या 245,859 है और मरने वालों की संख्या 10,047 है। अगर हम 24 घंटे पहले की बात करें तो संक्रमित लोगों की संख्या 221,589 थी और मरने वालों की संख्या 8500 पर अब 24 घंटे बाद 20 हजार से ज्यादा नए संक्रमित मामले आने से coronavirus से संक्रमित 245,859 है व 1500 से ज्यादा लोगो ने अपनी जान गवा दी है। जिससे मरने वाले अब 10,047 हो गए है। तो सोचिये जब 24 घंटों में इतने लोग संक्रमित हो रहे है और मर रहे है तो आने वाले एक हफ्ते और एक महीने में क्या हाल होगा।
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पीएम ने आगे कहा की पीछले 2 महीनों में सभी देशवासियों ने कोरोना जैसी वैश्विक महामारी का डट कर मुकाबला किया है। सभी ने आवश्यक सावधानियां बरतने का पूरा प्रयास किया है। लेकिन बीते कुछ दिनों से ऐसा लग रहा है की लोग निश्चिन्त हो गए है।क्योंकि वो अभी बचे हुए है। ये सोच सही नहीं है,क्योंकि आज बड़े-बड़े और विकसित देशों में coronavirus का प्रभाव देख रहे है तो भारत पर इसका कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा,ऐसा मानना गलत है। इस वैश्विक महामारी का मुकाबला करने के लिए दो प्रमुख बातों की आवश्यकता है। पहला संकल्प और दूसरा धैर्य। देश के नागरिक संकल्प करें की इस संकट को रोकने के लिए अपने कर्तव्य का पालन करेंगे।
संकल्प और धैर्य का अर्थ
संकल्प और धैर्य का तात्पर्य है की हम खुद संक्रमित होने से बचेंगे और दूसरों को बचाएंगे और ये तब होगा जब आप केंद्र और राज्य सरकारों द्वारा जारी अडवाइजोरी का पालन करेंगे। जैसे :-
➤ सार्वजनिक जगहों पर जाने से बचना और आवश्यक होने पर मास्क लगा कर जाना।
➤ कुछ भी खाने से पहले अपने हाथों को 20 सेकेण्ड तक धुलना।
➤ किसी से बात करते समय 1 मीटर की दूरी बना कर रखना।
➤ अपने हाथों को आंख,कान,नाक में न लगाए यदि ऐसा करना है तो पहले हाथों को धुले।
➤ खांसते या छीकते समय नांक और मुँह को हाथो पर न लगाकर कोहनी पर लगाए।
➤ खांसी,छींक बुखार,जुकाम,साँस लेने में समस्या होने पर डॉक्टर से संपर्क करना।
➤ केंद्र व राज्य सर्कार द्वारा जारी हेल्पलाइन नम्बर पर कॉल करना।
➤ किसी से मिलते समय हाथ न मिला कर नमस्ते करना।
संडे जनता कर्फ्यू
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा की मै जनता से एक और समर्थन मांग रहा हूँ और वो है जनता कर्फ्यू। यानि जनता के लिए, जनता द्वारा खुद पर लगाया गया कर्फ्यू। इस 22 मार्च को सुबह 7 बजे से रात 9 बजे तक सभी देशवासियों को जनता कर्फ्यू का पालन करना है। इस दिन घर से बाहर न निकले,सड़क या मोहल्ले में इकठा न हों। मेरा अनुरोध है की NCC ,NSS ,खेल-कूद के संगठन,धार्मिक संगठन और युवा संगठन आदि संडे तक जनता कर्फ्यू का सन्देश लोगों तक पहुचाये उनको समझाए।
On 22nd March 2020, let us observe a Janata Curfew and add strength to the fight against COVID-19. #IndiaFightsCorona. pic.twitter.com/qOqhQaJES5
— Narendra Modi (@narendramodi) March 19, 2020
पीएम ने ये भी कहा की आने वाले कुछ सप्ताह तक जब बहुत जरुरी हो तभी घर से बाहर निकले। जितना संभव हो सके आप अपना काम घर से ही करे। सरकारी सेवा,अस्पताल,मिडिया,जनप्रतिनिधि इनकी सक्रियता आवश्यक है। पीएम ने आग्रह भी किया की जो उच्च वर्ग के लोग है जिनके यहाँ लोग काम करते है। उनको छुट्टी दें या घर से काम ले और उनका पैसा न कांटे।