आज विश्व पर्यावरण दिवस पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने सरकारी आवास पर वृक्षारोपण किया और पर्यावरण संरक्षण के लिए एक बड़ा निर्णय लिया है। मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि जुलाई के प्रथम सप्ताह में 1 दिन में 25 करोड़ पौधे लगाने का लक्ष्य रखा गया है। पूरे सीजन में लगभग 30 करोड़ पौधे लगाए जाएंगे। सभी फलदार, छायादार और इमारती लकड़ी वाले पौधे होंगे।
वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण के संकट ने हमारे सामने ऐसी परिस्थितियां उत्पन्न कर दी हैं कि प्रत्येक नागरिक यह सोचने के लिए विवश हो गया है कि प्रकृति के साथ खिलवाड़ करके हम पर्यावरण को जितनी क्षति पहुंचाएंगे, उसकी कीमत हमें चुकानी ही पड़ेगी।
'विश्व पर्यावरण दिवस' पर मेरा संदेश… pic.twitter.com/Wzzc9wM9Ax— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) June 5, 2020
किसानों को मिलेगा लाभ
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा रखे गए इस बड़े लक्ष्य को पूर्ण करने में जो किसान सहयोग करेंगे, उनको इसका विशेष लाभ मिलेगा। सीएम ने कहा कि गंगा, यमुना के तटवर्ती क्षेत्रों में पौधारोपण का विशेष कार्यक्रम किया जाएगा। इसके तहत जो किसान अपने खेतों में फलदार वृक्षों को लगाएगा। उसके लिए विशेष स्कीम होगी। जो किसान अपने खेत में पौधे लगाएगा और कोई केमिकल, फर्टिलाइजर पेस्टीसाइड उपयोग नहीं करेगा। उसे प्रतिवर्ष महीने के हिसाब से सब्सिडी दी जाएगी।
प्रकृति को पहुंचाएंगे नुकसान तो चुकानी होगी कीमत
प्रकृति और पर्यावरण का संरक्षण करके ही हम न केवल जीव सृष्टि की रक्षा कर पाएंगे। अपितु एक सुखद और आनंदमय जीवन प्रत्येक जीव-जंतु को देने में सफल हो पाएंगे। वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण के संकट ने हमारे सामने ऐसी परिस्थितियां उत्पन्न कर दी हैं कि प्रत्येक नागरिक यह सोचने के लिए विवश हो गया है कि प्रकृति के साथ खिलवाड़ करके हम पर्यावरण को जितनी छाती पहुंचाएंगे, उसकी कीमत हमें चुका नहीं पड़ेगी।
वन विभाग के माध्यम से पूरे प्रदेश में 30 करोड़ पौध लगाने का लक्ष्य रखा गया है। इसके साथ ही यह भी लक्ष्य रखा गया है कि वन महोत्सव का कार्यक्रम 1 जुलाई से लेकर 7 जुलाई के बीच होगा। किसी एक तिथि को वन विभाग की सभी विभागों के साथ एक बार बैठक होगी और हमारा प्रयास है कि एक ही दिन में फलदार, छायादार, इमारती लकड़ी संबंधी पौधे जरूरत लगाएंगे। ऐसे सभी वृक्षों को लगा कर के हम एक ही दिन में 25 करोड़ वृक्षारोपण करेंगे। मेरा विश्वास है कि विगत 3 वर्षों के दौरान वृक्षारोपण के कार्यक्रम को जो हमने प्रदेश के अंदर किया है। उसके संरक्षण की व्यवस्था करना, प्रदेश के वनों को बढ़ाना और लोगों को पर्यावरण के प्रति अधिक से अधिक जागरूक करके प्रकृति के संग रहने के लिए आगे बढ़ना। यही मेरा आज का संदेश है।