New Education Policy अब जल्द ही लागू होगी। कहते है जब किसी देश में बड़ा बदलाव करना हो तो उसकी शिक्षा नीतियों (Education policies) में बदलाव करना चाहिए और कल 29 जुलाई से इसकी शुरुआत हो चुकी है। मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने कल इसकी घोषणा की है। Central Government के इस बड़े बदलाव से देश के सभी Student और उनके मां-बाप के जीवन में अब कई बदलाव आने वाले हैं। जिन्हें जान लेना आवश्यक है।
मानव संसाधन विकास मंत्रालय (human resource development ministry) का नाम बदलकर अब शिक्षा मंत्रालय कर दिया गया है। नई शिक्षा नीति अगले वर्ष 2021 और 2022 के Academic session तक लागू होगी।
SSRA (state school regulatory authority) बनाई जाएगी। जिसके चीफ शिक्षा विभाग से जुड़े होंगे।
New Education Format
अभी तक देश में शिक्षा व्यवस्था 10+2 के आधार पर चलती थी लेकिन अब इसे बदल दिया गया है। अब शिक्षा व्यवस्था 5+3+3+4 के फॉर्मेट पर चलेगी।
5 वर्षों में Pre-primary के तीन और पहली दूसरी कक्षा के 1 वर्ष शामिल होंगे। अब बच्चों पर मोटी-मोटी किताबों का बोझ नहीं होगा। उन्हें खेलकूद और दूसरे तरीकों से बेहतर शिक्षा दे कर उनकी नींव मजबूत की जाएगी।
कक्षा 3 से 5 तक की पढ़ाई में बच्चों को विज्ञान, कला, गणित, सामाजिक विज्ञान आदि विषयों से उनका परिचय कराया जाएगा और Future के लिए हमें तैयार किया जाएगा।
New Education Format में बड़ा बदलाव
अब 6 से 8 तक पाठ्यक्रम के अनुसार पढ़ाया जाएगा। इसके बाद 9 से 12 कक्षा में छात्रों को किसी भी Subject के लिए गहरी समझ पैदा की जाएगी और उन्हें जीवन में लक्ष्य निर्धारित करने के लिए प्रेरित किया जाएगा।
आखिरी 4 वर्ष की Exams सेमेस्टर सिस्टम से होंगी। यानी छह-छह महीने पर दो परीक्षाएं होंगी और इनके अंक जोड़कर फाइनल Result तैयार किया जाएगा।
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एक और बड़ा बदलाव किया गया है कि अब पांचवी कक्षा तक की Education राष्ट्रीय भाषा या स्थानीय भाषा में ही होगी। यानी अब अंग्रेजी में पढ़ना अनिवार्य नहीं होगा और ना ही School इसके लिए दबाव डाल सकते हैं। English बस एक विषय की तरह पढ़ाई जाएगी।
6 Class से बच्चे बनेंगे अब स्मार्ट
शिक्षा नीति (education policy) में इस बड़े बदलाव के तहत अब छात्र 6 Class से ही अपने पसंद के विषय की पढ़ाई और उससे जुड़ी हुई Training कर सकते हैं। जिसमें सॉफ्टवेयर और मोबाइल एप्लीकेशन बनाने की Technology सीख सकेंगे।
छात्र खुद को देंगे Marks
अब छात्रों का report card तैयार करते समय उसके व्यवहार, मानसिक क्षमता, करिकुलम एक्टिविटी आदि को ध्यान रखा जाएगा।
New Education Policy के तहत छात्र खुद का आकलन करके खुद को marks देंगे। इसके साथ ही विषय को पढ़ाने वाले अध्यापक और उस छात्र के साथ पढ़ने वाले छात्र भी उसे marks देंगे।
नई शिक्षा नीति से College student को बड़ा लाभ
यदि किसी Student के बारहवीं कक्षा में कम नंबर आए हैं और किसी कॉलेज में एडमिशन नहीं मिल पा रहा है तो common aptitude test छात्र दे सकते हैं। इसमें इन Numbers को आपके 12th Class के नंबर के साथ जोड़ दिया जाएगा। इसके बाद छात्र अपनी पसंद के Collage में एडमिशन ले सकते हैं।
Collage में संगीत, कला, साहित्य और संस्कृत भाषा को बढ़ावा देने के लिए हर विषय संस्कृत में भी छात्रों की इच्छा पर पढ़ाया जाएगा। सभी कॉलेजों के लिए Fees तय की जाएगी। जिससे Collage मनमानी फीस छात्रों से न वसूल सके।
बीच में पढ़ाई छोड़ने पर मिलेगा सर्टिफिकेट
Collage में पढ़ाई करने वाले छात्रों के लिए यह बहुत बड़ी खबर है। पहले यदि कोई छात्र 3 साल या 4 साल का Course करता था और उसे साल 2 साल नहीं छोड़ देता था तो उसकी Education अधूरी रह जाती थी। लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। इसके साथ ही Student यदि 1 साल की पढ़ाई किसी Collage से करके छोड़ता है और दूसरे साल की पढ़ाई किसी अन्य Collage से करना चाहता है तो उसे इसकी भी छूट होगी।
यदि कोई छात्र इसी कॉलेज से 1 वर्ष पूरा कर लेता है और पढ़ाई छोड़ता है तो उसे Certificate दे दिया जाएगा। इसी तरह दूसरे साल पढ़ाई छोड़ने पर डिप्लोमा और तीसरे वर्ष पढ़ाई करके छोड़ने पर Bachelor’s degree दी जाएगी। यदि Student 4 वर्ष का कोर्स करके बैचलर डिग्री लेना चाहता है तो उसे रिसर्च के Certificate के साथ डिग्री मिलेगी।
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इसके तहत छात्र एक से ज्यादा Course एक साथ कर पाएंगे और इसको आप जहां तक पूरा करेंगे, वहां तक के अंक आपके एकेडमिक बैंक ऑफ क्रेडिट में सुरक्षित कर दिए जाएंगे। यदि आप किसी कारणवश बीच में course छोड़ते हैं और बाद में फिर उसे करना चाहते हैं तो जहां से आपने उस कोर्स को छोड़ा था वहीं से आप उसे शुरू कर पाएंगे और Final degree में एकेडमिक बैंक में सुरक्षित आपके अंक को जोड़ दिया जाएगा।