मऊ। यूपी के मऊ जिले में पुलिस की प्राथमिकताओं में से एक जनसुनवाई प्रणाली में पारदर्शिता व सुचिता लाने की दिशा में पुलिस अधीक्षक मऊ अनुराग आर्य द्वारा पुलिस लाईन के सभागर कक्ष में ’’दर्पण’’ परियोजना का शुभारंभ किया गया । इस दौरान पुलिस अधीक्षक ने फरियादियों द्वारा विगत दिनों में प्रस्तुत की गयी समस्याओं को बारी-बारी से सुना तथा इसके सम्बन्ध में जांचकर्ता , अथवा विवेचक से भी तथ्यों की जानकारी ली एवं फरियादियों की समस्याओं का गुणवत्तापूर्ण, पारदर्शितापूर्ण एवं नियमानुसार कार्यवाही हेतु क्षेत्राधिकारीगण विवेचकों को निर्देशित किया गया।
जाने क्या है दर्पण – सत्यमेव जयते
बताते चलें कि दर्पण के तहत प्रत्येक सप्ताह पुलिस कार्यालय में प्राप्त कुल प्रार्थना पत्रों में से 25 शिकायत कर्ता बुलायें जायेंगे जिनमें 20 शिकायत प्रार्थना पत्र के आवेदक होंगे तथा 05 विवेचना सम्बन्धी शिकायतों के आवेदक होंगे। दर्पण के समस्त प्रार्थना पत्रों के जांचकर्ता अधिकारी व विवेचनाधिकारी भी शामिल रहेंगे । जांच अधिकारी द्वारा पूर्व में प्रेषित आख्या पुलिस अधीक्षक महोदय के समक्ष प्रस्तुत की जायेगी । यदि आवेदक की समस्या का समाधान जांचकर्ता अधिकारी द्वारा अच्छे तरीके से कराया गया है तो पुरस्कृत किया जायेगा तथा झूठी आख्या या रिपोर्ट लगाने वाले जांच अधिकारी के विरुद्ध दण्डात्मक कार्यवाही की जायेगी ।
खास बात की दर्पण में अगर यह पाया जाता है कि कोई आवेदक किसी गलत नियत से या अपनें प्रतिपक्षी के विरुद्ध झूठे आरोप लगाकर उसको फसाना चाहता है तो उसके विरुद्ध धारा 182 व 211 भादवि के अन्र्तगत न्यायालय को रिपोर्ट दी जायेगी । आवश्यकता पड़ने पर किसी भी विवाद के सम्बन्ध में दोनों पक्षों को भी बुलाया जायेगा। जांचकर्ता अधिकारी जांच के दौरान मौके पर जानें की फोटो भी लेकर आयेंगे तथा जमीनी विवाद है तो विवादित स्थल की भी फोटो लेकर आयेंगे । इस व्यवस्था को रिजर्व पुलिस लाइन मऊ में सप्ताह में एक दिन समय 12 बजे से 01 बजे तक संचालित किया जायेगा ।
रिपोर्ट- राजेश दुबे