महान गणितज्ञ वशिष्ठ नारायण सिंह का 74 साल की उम्र में लम्बी बीमारी के बाद कल गुरुवार को निधन हो गया। कहा जाता है की इनका दिमाग कई कंप्यूटर से भी तेज़ था और महान गणितज्ञ वशिष्ठ नारायण सिंह ने अपने समय में एक बार सदी के सबसे बड़े वैज्ञानिक माने जाने वाले अल्बर्ट आइंस्टाइन को भी चुनौती दी थी। साथ ही जब अमेरिका की स्पेस एजेंसी नासा अपोलो को लॉन्च कर रही थी तो 30 कंप्यूटर ख़राब हो गए थे, उस समय वशिष्ठ नारायण ने कॅल्क्युलेशन की और जब इनकी कैलकुलेशन को कंप्यूटर की कैलकुलेशन से मिलाया गया तो वशिष्ठ नारायण की कैलकुलेशन एकदम सही थी।
अपने जीवन में कई उपलब्धियां प्राप्त की
महान गणितज्ञ वशिष्ठ नारायण सिंह ने कैलिफोर्निया से पीएचडी की पढ़ाई की है। वॉशिंगटन विश्वविद्यालय में एसोसिएट प्रोफेसर रहे। ये अमेरिका की स्पेस एजेंसी नासा में भी काम कर चुके है। जब वशिष्ठ भारत वापस आये तो इन्होने आईआईटी मुंबई,आईआईटी कानपूर में काम किया व आईएसआई कोलकाता में भी अपनी सेवाएं दी थी। इनके निधन से पूरा बिहार शोक में डूबा हुआ है। बिहार के सीएम ने भी शोक व्यक्त किया।