महाराष्ट्र में सरकार बनाने के लिए शिव सेना ने बीजेपी का साथ छोड़ एनसीपी और कांग्रेस का हाथ थामने का फैसला किया था और कई दिनों बाद तीनो पार्टियों में सहमति बन गयी है। इसी पर बात करते हुए यूनियन मिनिस्टर नितिन गडकरी ने कहा की कांग्रेस, शिवसेना और एनसीपी के बीच वैचारिक मतभेद हैं। महाराष्ट्र में सरकार बनने पर भी सरकार बहुत आगे नहीं बढ़ेगी। यह तीनो पार्टियों का अवसरवाद का गठबंधन है, वे महाराष्ट्र को एक स्थिर सरकार नहीं दे पाएंगे।
Union Minister Nitin Gadkari: BJP and Shiv Sena alliance was based on ideology of Hindutva and even today we don't have much ideological differences. Breaking of such an alliance is not only a loss to the country but also to Hindutva cause and to Maharashtra. pic.twitter.com/pfanz27IGp
— ANI (@ANI) November 22, 2019
गठबंधन तोडना हिंदुत्व और महाराष्ट्र के लिए नुकसान
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा की ‘भाजपा और शिवसेना गठबंधन हिंदुत्व की विचारधारा पर आधारित था और आज भी हमारे बीच वैचारिक मतभेद नहीं हैं। इस तरह के गठबंधन को तोड़ना न केवल देश के लिए बल्कि हिंदुत्व के लिए और महाराष्ट्र के लिए भी एक नुकसान है।’ जो भी हो अब तीनो पार्टी सरकार बनाने के लिए तैयार है। महाराष्ट्र में सरकार बनने के बाद चलेगी या नहीं ये तो समय ही बताएगा।