लखीमपुर खीरी:। इंडो नेपाल के तराई मे मौजूद दुधवा टाइगर रिजर्व इन दिनों वन्य जीवों कि कब्रगाह बनता जा रहा है जिसके चलते वन्य जीवों की लगातार मौतो का सिलसिला जारी है और आये दिन वन्य जीवों के शव संदिग्ध अवस्था मे मिल रहे है ! देखा जाए तो पहाड़ों पर लगातार बारिश के बाद नदिया उफान पर हैं जिसके चलते अब जंगलों में पानी भर चुका है और वन्यजीव सुरक्षित स्थानों की तलाश में आबादी की ओर पलायन करने लगे हैं।
शिकारियों की काली दृष्टि
आबादी की ओर पलायन करते देख अब शिकारियों की काली दृष्टि उन पर पड़ चुकी है,इसके चलते शिकारी वन्यजीवों की हत्या के मामले सामने आ रहे हैं। जिसका जीता जागता सबूत एक बार फिर दुधवा टाइगर रिजर्व में संदिग्ध अवस्था में शव मिलने के बाद सामने आया है,जिसकी जानकारी मिलते ही वन विभाग में हड़कंप मचा हुआ है जांच पड़ताल में बाघ के गले में एक रस्सी का फंदा मिला है जो कि शिकारियों के द्वारा लगाया माना जा रहा है।
पूरा मामला :-
दरअसल एक बार फिर दूधवा टाइगर रिजर्व के लखीमपुर खीरी के मैलानी वन रेंज के अंतर्गत जटपुरा बीट कंपार्टमेंट तेरह मे जंगल के किनारे जगदीश के खेत मे एक बाघिन का शव बरामद किया गया है। सुबह जब खेत मे चारा लेने गए किसान ने मृत पड़ी बाघिन को देखा तो उसने इसकी खबर वन विभाग को दी। जानकारी मिलते ही वन विभाग में हड़कंप मच गया आनन-फानन में मौके पर पहुंची वन विभाग की टीम ने बाग के शव को कब्जे में लेकर जांच पड़ताल शुरू कर दी है। जिसके बाद मौके पर पहुँचे वन विभाग ने शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही घटना के कारणों का खुलासा होने की बात वन विभाग द्वारा कही जा रही है। प्रथम दृष्टया शव के गले मे रस्सी बंधी होने के चलते मौत होने की बात कही जा रही है। बाघिन शारीरिक रूप से कमजोर होने की बात वन विभाग के आला अधिकारियों द्वारा कही जा रही है।