लखीमपुर खीरी। यूपी के लखीमपुर जनपद में लगातार पहाड़ो पर हो रही भारी बारिश के चलते घाघरा मोहना शारदा नदी पूरे उफान पर है जिसके चलते निघासन, पलिया, धौरहरा तहसीलें के लगभग 40 गांव के तीस हजार लोग बाढ़ से प्रभावित हैं अगर बात करें तो निघासन तहसील के कौड़ियाला घाट, रननगर, नया पिंड गांव बाढ़ से ज्यादा प्रभावित है।
वही धौरहरा तहसील के रानीगंज गांव में नदी का जलस्तर तो कम हुआ है लेकिन अब नदी ने अपना कटान तेज कर दिया है जिससे किसानों की सैकड़ों एकड़ जमीन घाघरा नदी ने अपने अंदर समा लिया है रानीगंज गांव के 5 मकान भी नदी में समा गए हैं ग्रामीण लोग बेबस अपने मकानों को नदी में समाते देख रहे हैं विवशता ऐसी है कि वह कुछ ना तो कर पा रहे हैं ना ही अपने मकान को बचा पा रहे हैं कहना हर वर्ष लखीमपुर खीरी में नदी तबाही बनकर बरसती है और सैकड़ों घरों को बर्बाद कर हजारों लोगों को लोगों को तबाह कर देती है लेकिन शासन-प्रशासन सिर्फ कागजों में ही बाढ़ बचाव के कार्य करता है बाढ़ बचाव के नाम पर हर वर्ष करोड़ों रुपए की योजनाएं बनाई जाती है लेकिन यह योजनाएं लखीमपुर खीरी को घाघरा, मोहना और शारदा नदी कहर से नहीं बचा पाती है।
रिपोर्ट फारूख हुसैन