इस समय पूर्वोत्तर के कई राज्यों में Citizenship Amendment Bill का कड़ा विरोध किया जा रहा है। लोग बड़ी संख्या में रोड पर उतर आये थे और पुलिस को उनको रोकने के लिए आंसू गैस तक छोड़ी। आज गुरुवार से अगले 2 दिनों के लिए इंटरनेट सेवा को बंद कर दिया गया है। वहीँ खबर ये भी है की पुलिस ने प्रदर्शन कर रहे लोगों पर गोलियां भी चलायी जिसमे कई लोग घायल भी हुए है। रेलवे ने त्रिपुरा और असम में आने जाने वाली सभी ट्रेनों को निलंबित कर दिया है। प्रदर्शन करने वालों में ज्यादातर छात्र है।
Prime Minister Narendra Modi tweets, "The Central Government and I are totally committed to constitutionally safeguard the political, linguistic, cultural and land rights of the Assamese people as per the spirit of Clause 6." https://t.co/pI5fyJGzSd
— ANI (@ANI) December 12, 2019
असम इतना क्यों नाराज है CAB से
पूर्वोत्तर में रहने वाले लोग इस बात से डरे हुए है की CAB लागू होने के बाद शरणार्थियों को नागरिकता मिल जाएगी और पूर्वोत्तर के लोगों की पहचान,संस्कृति और अधिकार खतरे में पड़ जायेंगे। दूसरा बड़ा डर असम का ये है की CAB लागू होने से वो अल्पसंख्यक हो जायेंगे। जबकि ऐसा कुछ होगा नहीं। पीएम मोदी ने आज ही असम के लोगों से आश्वासन दिया है की उनकी संस्कृति ,पहचान,अधिकार पर कोई आंच नहीं आएगी और पीएम मोदी और असम के सीएम सर्बानंद सोनोवाल ने असम के लोगों को शांति बनाये रखने की अपील की है।