लखनऊ विश्वविद्यालय में एलएलबी पेपर लीक मामले को लेकर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशों के अनुपालन में शासन द्वारा लखनऊ युनिवर्सिटी में एलएलबी तृतीय वर्ष के पेपर लीक मामले को गम्भीरता से लेते हुए। पेपर लीक मामले की जांच एसटीएफ टीम के सहयोग से की जायेगी।
पाए गए आरोपियों पर होगी कड़ी कार्यवाही
इस मामले अपर मुख्य सचिव, गृह श्री अवनीश कुमार अवस्थी ने जानकारी देते हुए बताया कि लखनऊ युनिवर्सिटी में एलएलबी तृतीय वर्ष के पेपर लीक मामले में दर्ज एफआईआर के उपरान्त अब एसटीएफ टीम सम्पूर्ण मामले की जांच में सहयोग करेगी। उन्होंने कहा कि पेपर लीक प्रकरण में पाये जाने वाले दोषियों केविरुद्ध कड़ी कार्यवाही की जायेगी।
पेपर रद्द होने पर छात्रों ने किया प्रदर्शन
दरअसल आपको बता दे की बीते दिन यानि गुरुवार को आक्रोशित छात्रों ने परीक्षा निरस्त किए जाने के विरोध में कुलपति और शिक्षकों के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन किया था इस दौरान छात्रों ने न्यू कैंपस स्थित लॉ फैकल्टी में तालाबंदी कर दी। जिसके बाद यूनिवर्सिटी ने एलएलबी इंटीग्रेटेड का 3 ईयर के 5वें सेमेस्टर के आज का विवि केंद्र स्थित परीक्षा का पेपर निरस्त कर दिया। इस पूरे मामले को लेकर शिक्षक संघ की कार्यकारिणी की बैठक भी हुई।
असम के सीएम ने लोगो से शांति बनाये रखने की अपील की
परीक्षा से पहले पेपर हुआ था लीक
गौरतलब है की लखनऊ विश्वविद्यालय के LLB के तृतीय वर्ष पाठ्यक्रम के तीसरे सेमेस्टर का पेपर एग्जाम से पहले ही लीक हो गया था। परीक्षा के सारे सवाल फोन पर नोट कराए गए थे। बुधवार को इस बातचीत का एक ऑडियो भी वायरल हुआ था। जिसके बाद विवि प्रशासन ने तृतीय सेमेस्टर की परीक्षा रद्द कर दी थी।
दो प्रोफेसरो को किया गया निलंबित
इसके साथ ही प्रोफ़ेसर आरके सिंह और डॉ अशोक कुमार सोनकर को निलंबित कर दिया था। इतना ही नहीं हसनगंज कोतवाली में सार्वजनिक परीक्षा अधिनियम के तहत केस भी दर्ज कराया गया। इसके अलावा जिस परीक्षा केंद्र का ये मामला था। उसे भी स्थायी रूप से डिबार करने के साथ 5 लाख रुपये का जुर्माना लगा दिया गया था।