यूपी की लाइफलाइन कहे जाने वाले केजीएमयू से नया मामला सामने आया है जिसमे केजीएमयू से MBBS कर रहे छात्र ने पिछड़ी जाति का होने के बावजूद एससी का प्रमाण पत्र बनवा लिया, और अपने इस फर्जी प्रमाण पत्र के आधार पर केजीएमयू में दाखिला ले लिया। जानकारी के मुताबिक छात्र सोनभद्र का रहने वाला है, इतना ही नहीं छात्र ने अपने पिता का भी नाम और जाति को बदल दिया है।
सोनभद्र के विधयक की शिकायत पर हुआ खुलासा:-
फर्जी प्रमाण पत्र मामले में सोनभद्र के विधायक संजीव कुमार ने मामले को गंभीरता से लेते हुए इसकी शिकायत की जिसके बाद आयोग ने केजीएमयू वीसी के खिलाफ जांच के आदेश भी दे दिए, जिससे सरकारी नौकरी के लिए फर्जी जाति प्रमाण पत्रों की जांच हुई तब इसका खुलासा हुआ।
एससीएसटी आयोग ने मुकदमा दर्ज करने का दिया आदेश:-
हालांकि केजीएमयू ने अभी किसी भी प्रकार के जांच का पत्र मिलने से इंकार कर दिया है। फ़िलहाल मामले का खुलासा होने पर एससीएसटी आयोग ने मुकदमा दर्ज करने का आदेश दे दिया है ।