झांसी :- जिले से शर्मनाक किस्सा सामने आया है जहाँ रुपये न देने पर अस्पताल से लौटा दी गई गर्भवती महिला ने बीच सडक पर बच्चे को जन्म देना पड़ा । तब तक चिकित्सक की संवेदनहीनता के चलते जच्चा बच्चा की जान खतरे में पडी रही।
बताया जा रहा है कि बरुआसागर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में तैनात महिला डाॅक्टर से गर्भवती के परिजन प्रसव कराने के लिए गिडगिडाते रहे लेकिन वह तैयार नहीं हुई बाद में परिजन आपे टैक्सी से एक अस्पताल से दूसरे अस्पताल 40 किलोमीटर दूर गर्भवती को लेजा रहे थे। तभी महिला तेज दर्द से कराह उठी साथ में मौजूद आशा कार्यकर्ता ने सूझबूझ से काम लेते हुए बीच सड़क पर आपे टैक्सी को रुकवाया और किसी तरह महिला को सड़क पर ही प्रसव कराया।
काफी देर बाद पहुंची एंबुलेंस दोनों को लेकर पीएचसी में भर्ती कराया। जहां जच्चा-बच्चा को कुछ घंटे रखने के बाद उन्हें घर भेज दिया है। वहीं डीएम ने दिये जांच के आदेश।
झांसी में टहरौली थाना क्षेत्र के ग्राम सारोल निवासी मनोज कुशवाहा की 22 साल की पत्नी पिंकी प्रसव पीडा होने पर एंबुलेंस को फोन लगाते रहे लेकिन एंबुलेंस नहीं आने पर गांव की आशा और महिला की सास व ससुर रामपाल आपे टैक्सी से गर्भवती महिला को लेकर बरुआसागर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे, ससुर रामपाल का आरोप है कि वहां तैनात महिला डाॅक्टर ने प्रसव कराने से इंकार कर दिया और मौजूद बर्शा नाम की एएनएम ने प्रसव कराने के एवज में 5 हजार रुपये की मांग की थी। महिला का ससुर रामपाल किसी तरह ने दो हजार देने को तैयार हो गया। और प्रसव कराने के लिये काफी मिन्नतें की लेकिन वह एएनएम तैयार नहीं हुई, मजबूरन ससुर और सास गांव की आशा कार्यकर्ता के साथ महिला को लेकर दूसरे स्वास्थ्य केंद्र ले जाने को मजबूर हो गई और आपे टैक्सी में बैठकर 40 किलोमीटर दूर चल दिये। महिला को काफी दर्द हुआ तो मजबूरन रास्ते में आपे टैक्सी को रोककर गर्भवती महिला को बीच सड़क सड़क पर ही बच्चे को जन्म दिया। बीच सडक पर बच्चे का जन्म होने पर बच्चा धूल से सन गया। जिसकी सूचना मिलते ही मौके पर एंबुलेंस पहंुची और जच्चा बच्चा को लेकर टहरौली स्वास्थ्य केन्द्र में भर्ती कराया गया। जहां कुछ घंटे रखने के बाद दोनों को घर भेज दिया। फिलहाल दोनों स्वस्थ हैं और वे अपने घर पर हैं। परिजन रिश्वत मांगने वाली एएनएम के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे है।
झांसी के जिलाधिकारी आंद्रा वामसी ने इस मामले को संज्ञान में लेते हुये तत्काल बरुआसागर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर मौजूद स्टाफ के खिलाफ सीएमओ को जांच करने के आदेश दिये और बर्षा नाम की एएनएम की अगर लापरवाही सामने आती है तो उसके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जायेगी।
रिपोर्ट :- मो. तौसीफ़ क़ुरैशी