लद्दाख की गलवान घाटी में 16 जून की रात को भारत और चीन सैनिकों के बीच हिंसक झड़प हुई थी। जिसमें भारतीय सेना के 3 जवान शहीद हुए और चीन सेना के 5 जवान जवान मारे गए थे। इस झड़प में कई जवान घायल हुए थे। उनमें से सुरेंद्र सिंह भी एक हैं। सुरेंद्र सिंह ने बताया कि किस तरह से सीमा पर झड़प हुई।
चीनी सैनिकों पर भारी पड़े भारतीय जवान
सुरेंद्र सिंह ने बताया कि गलवान घाटी से निकलने वाली नदी पर अचानक चीनी सैनिकों ने भारतीय सैनिकों पर हमला कर दिया। वह 1000 से ज्यादा थे और हम दो सौ से ढाई सौ। दोनों पक्षों में 5 घंटे तक नदी में ही संघर्ष होता रहा। सुरेंद्र सिंह ने बताया कि जिस जगह पर संघर्ष हो रहा था। वहां पर नदी के किनारे सिर्फ एक इंसान के निकलने की जगह थी और मांस तक गला देने वाला ठंडा पानी था। उसी में घंटों तक दोनों सेनाओं में झड़प होती रही। चीन ने अचानक और धोखे से हमला किया। जिसकी वजह से भारतीय सैनिकों को संभलने में परेशानी हुई।
12 घंटे बाद होश में आए सुरेंद्र सिंह
बता दें लद्दाख में चीन सेना के साथ हिंसक झड़प में सुरेंद्र सिंह के सर में काफी चोट आई थी और वह करीब 12 घंटे बाद होश में आए हैं अभी वह लद्दाख के सैनिक हॉस्पिटल में भर्ती हैं, उनके हाथ में भी फ्रैक्चर हुआ है। सुरेंद्र सिंह जब घायल हो गए तो अन्य सैनिकों ने उन्हें उस पानी से बाहर निकालना और इलाज के लिए हॉस्पिटल भेजें दिया।
इस पूरे घटनाक्रम को सुनने के बाद पता चलता है कि चीन किस हद तक जा सकता है। एक तरफ वह बातचीत करके सीमा विवाद को हल करने की बात करता है। वहीं दूसरी तरफ सीमा पर धोखे से भारतीय सैनिकों पर हमला करता है। मालूम हो भारत और चीन के बीच विवाद को हल करने के लिए 6 जून को पहली बैठक हुई थी। उसके बाद बीच में एक दो बैठक हुई और कल बुधवार को और आज भी एक मेजर जनरल लेवल की बैठक हुई है।