- सदस्य देशों के बीच मुक्त व्यापार को बढ़ावा देना होगा RCEP समझौते का मुख्य कारण
- 10 देशों के 6 एफटीए साझेदार देशों में भारत नाम है शामिल
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का थाईलैंड दौरे पर सोमवार को तीसरा दिन है। प्रधानमंत्री ने सोमवार 14वें ईस्ट एशिया शिखर सम्मेलन में शिरकत किया। इस सम्मेलम में उनका मकसद पूर्वी एशियाई देशों के साथ सहयोग की दिशा की समीक्षा करना था साथ ही क्षेत्रीय तथा अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर विचारों का आदान-प्रदान करना था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अलावा अन्य सदस्य देशों के ईस्ट एशिया शिखर सम्मेलन में मुक्त व्यापार के आरसीईपी समझौते पर आज घोषणा करने की उम्मीद है। समझौते का मुख्य कारण सदस्य देशों के बीच मुक्त व्यापार को बढ़ावा देना होगा।
आरसीईपी में आसियान के 10 देश शामिल हैं जिनके नाम ब्रुनेई, कंबोडिया, इंडोनेशिया, मलेशिया, म्यांमार, सिंगापुर, थाईलैंड, फिलीपींस, लाओस और वियतनाम हैं। इन देशो के 6 एफटीए साझेदार देश हैं जिनमे चीन, जापान, भारत, दक्षिण कोरिया, ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड का नाम शामिल है।