भारत चीन के बीच सीमा विवाद अभी पूरी तरह से हल नहीं हुआ है। क्योंकि कल पूर्वी लद्दाख में सिर्फ तीन स्थानों पर दोनों देशों की सेनाएं पीछे हटी। लेकिन अभी भी कई स्थानों पर दोनों देशों की सेना आमने-सामने हैं। इस मामले को हल करने के लिए 6 जून को कमांडर स्तर की बैठक हुई थी और आज एक बार फिर बातचीत शुरू हुई है।
दरअसल भारत चाहता है कि चीन अपनी सेना को सभी स्थानों से पीछे हटाए और भारतीय सीमा के पास तैनात तोपों ,टैंक आदि युद्ध वाहनों को भी पीछे करें। इसके साथ ही चीन द्वारा तैनात किए गए 10000 से ज्यादा सैनिकों को भी हटाने की मांग भारत की हैं।
मालूम हो लद्दाख में सड़क निर्माण को लेकर चीन ने अपनी आपत्ति जताई थी। लेकिन इसके बाद भी सड़क निर्माण कार्य चलता रहा। इसके बाद चीन ने ऐसी हरकतें करने चालू कि जिससे सीमा पर तनाव बढ़ने लगा। जैसे भारतीय सीमा के नजदीक हेलीकॉप्टर उड़ाना और सीमा पर लाठी और पत्थर लेकर भारतीय जवानों से भिड़ना।
यह सब चालबाजी चीन बीते कुछ दिनों से करने लगा था। जिसके बाद भारत ने भी सीमा पर सैनिकों की संख्या बढ़ा दी और चीन की हर हरकत पर नजर रखने लगा। लेकिन चीन और भारत दोनों बातचीत के द्वारा मामले को हल करना चाहते हैं। इसलिए अमेरिका द्वारा मध्यस्थता के प्रस्ताव को भी अस्वीकार दोनों देशों ने कर दिया था।