भारत और चीन के बीच पिछले कई दिनों से सीमा को लेकर तनाव बना हुआ है और यह तब और बढ़ गया जब 15-16 जून के दरमियान चीन और भारत के सैनिकों में हिंसक झड़प हुई। जिसमें भारत के 3 जवान शहीद हुए और चीन के 5 जवान मारे गए। इस तनाव को कम करने के लिए कल बुधवार को बैठक हुई थी और आज भी मेजर जनरल स्तर पर बातचीत शुरू हो गई है।
सीमा पर बढ़ी तैनाती
गलवान घाटी में हुई घटना के बाद भारत ने तीनों सेनाओं को अलर्ट कर दिया है और भारत चीन सीमा पर जवानों की संख्या और बढ़ा दी गई है। जम्मू कश्मीर, लद्दाख और हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, सिक्किम, अरुणाचल, असम, नागालैंड, बंगाल में कुल मिलाकर 225000 से ज्यादा जवान इस समय तैनात हैं।
भारतीय सेना ज्यादा अनुभवी
चीन ने भी इस बात को मान है कि भारतीय सेना जैसी सेना पूरी दुनिया में किसी के पास नहीं है। चीन के रक्षा विशेषज्ञ और सैन्य चीनी मैगजीन मॉडर्न वेटरनरी के संपादक ने कहा की पर्वतीय क्षेत्रों और पहाड़ी मैदान में सबसे ज्यादा अनुभवी सेना सिर्फ भारत की है।
पूरी दुनिया जानती है कि चीन एक चालबाज देश है। जो अपने फायदे के लिए कभी भी कुछ भी कर सकता है। इसलिए भारत किसी भी तरह से चीन पर विश्वास नहीं कर सकता। इसी वजह से तीनों सेनाओं को अलर्ट पर रखा गया है और अभी बातचीत करके मामले को शांत करने का प्रयास किया जा रहा है।