जम्मू कश्मीर से धारा 370 हटने के बाद घाटी के हालात सामान्य हुए है या नहीं इसका जायजा लेने यूरोपीय यूनियन का दल भारत के एक दिवसीय दौरे पर आया हुआ है। थोड़ी देर में ये दल जम्मू कश्मीर पहुंच जायेगा और जमीनी हालात को देखेगा। यूरोपीय यूनियन के इस प्रतिनिधिमंडल में 28 संसद है। जो घाटी में पहुंच कर धारा 370 हटने के बाद हुए बदलाव को देखेंगे और हो सकता है स्थानीय लोगों से वार्ता भी करे की 370 35A हटने के बाद यहाँ के हालात कैसे है। बता दें इस प्रतिनिधि मंडल में ब्रिटेन,फ्रांस,जर्मनी,पोलैंड,इटली के सांसद शामिल है और इनके साथ NSA अजीत डोवाल भी जम्मू कश्मीर में होंगे।
#UPDATE The delegation of European Union (EU) MPs arrive at Srinagar, Jammu and Kashmir. https://t.co/xY2ekDqfo0
— ANI (@ANI) October 29, 2019
पीडीपी और कांग्रेस ने की मुलाकात की मांग
यूरोपीय यूनियन के जम्मू कश्मीर के दौरे पर आने पर पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी ने प्रतिनिधि मंडल से मिलने की मांग की है साथ ही ये भी की यूरोपीय यूनियन के प्रतिनिधियों को स्थानीय लोगों से मुलाकात करने की मांग की। वहीँ पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती की बेटी ने ट्वीट किया की यूरोपीय यूनियन के प्रतिनिधि जम्मू-कश्मीर के 3 पूर्व मुख्यमंत्रियों से क्यों नहीं मिल सकता। जायजा लेने के बाद प्रतिनिधि अगर ये कहते है की घाटी के हालात सामान्य है, तो केंद्र सरकार को इंटरनेट बहाल करना होगा व सियासी कैदियों को रियाह करना होगा और अगर वे ये कहते है की हालात सामान्य नहीं है तो केंद्र सरकार के दावे झूठे साबित होंगे। इस दौरे को लेकर कांग्रेस का कहना है की निमंत्रण मिलने पर पार्टी मुलाकात कर सकती है।